
भारत को 2027 में पहली महिला चीफ जस्टिस (First Woman CJI) मिल सकती हैं. जस्टिस बी.वी. नागरत्ना को चीफ जस्टिस (Chief Justice) बनाया जा सकता है. अगर जस्टिस नागरत्ना (Justice BV Nagrathna) को चीफ जस्टिस बनाया भी जाता है, तो वो इस पद पर सिर्फ 36 दिनों तक ही रहेंगी. लेकिन कैसे तय होता है कि कौन चीफ जस्टिस बनेंगे? क्या है पूरी प्रक्रिया? आइए समझते हैं...
कॉलेजियम केंद्र को भेजता है नाम
सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति की सिफारिश कॉलेजियम करता है. कॉलेजियम में सुप्रीम कोर्ट के जज ही शामिल होते हैं. अभी कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट में जज के लिए 9 नाम केंद्र सरकार को भेजे हैं. इनमें से तीन महिला जज हैं. अगर केंद्र की ओर से इन सभी नामों को मंजूरी मिल जाती है तो इन 9 में से तीन जजों का चीफ जस्टिस बनना लगभग तय हो जाएगा.
... लेकिन कैसे?
जिस दिन कोई जज सुप्रीम कोर्ट में शपथ लेते हैं, उसी दिन तय हो जाता है कि वो चीफ जस्टिस बनेंगे या नहीं. कई बार तो एक ही दिन शपथ लेने वाले दो जजों में ही सीनियर और जूनियर हो जाते हैं. ये सिर्फ दो-तीन मिनटों की ही बात होती है. उदाहरण के लिए जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस चेलमेश्वर ने एक ही दिन सुप्रीम कोर्ट में शपथ ली थी. लेकिन पहले शपथ लेने की वजह से जस्टिस दीपक मिश्रा सीनियर हुए और चीफ जस्टिस बने. हालांकि एक ही दिन कई जजों का शपथ ग्रहण हो तो कौनसे जज किस क्रम में शपथ लेंगे ये भी वरिष्ठता क्रम से ही तय होता है.
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अगले चीफ जस्टिस कौन होंगे?
- अभी चीफ जस्टिस के पद पर आने वाले जजों में 2027 तक का तो शेड्यूल तय है. मौजूदा चीफ जस्टिस एनवी रमणा अगले साल 26 अगस्त तक रहेंगे.
- उनके बाद जस्टिस यूयू ललित 27 अगस्त 2022 से 8 नवंबर 2022 तक यानी दो महीने आठ दिन चीफ जस्टिस रहेंगे.
- जस्टिस ललित के बाद लंबा कार्यकाल होगा जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ का. जस्टिस चंद्रचूड़ 9 नवंबर 2022 से 10 नवंबर 2024 यानी पूरे दो साल चीफ जस्टिस रहेंगे. जस्टिस चंद्रचूड़ पहले ऐसे चीफ जस्टिस होंगे जिनके पिता जस्टिस वाइवी चंद्रचूड़ भी रिकॉर्ड सालों तक चीफ जस्टिस रह चुके हैं.
- जस्टिस चंद्रचूड़ के बाद जस्टिस संजीव खन्ना 11 नवंबर 2024 से 13 मई 2025 तक चीफ जस्टिस रहेंगे. जस्टिस संजीव खन्ना के चाचा जस्टिस एचआर खन्ना भी सुप्रीम कोर्ट में सीनियर मोस्ट जज थे. लेकिन कहा जाता है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने उन्हें चीफ जस्टिस नियुक्त नहीं किया, जिससे नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
- जस्टिस संजीव खन्ना के बाद जस्टिस बीआर गवाई 14 मई 2025 से 13 नवंबर 2025 यानी कुल छह महीने तक इस पद पर रहेंगे. उनके बाद जस्टिस सूर्यकांत का नंबर आएगा. जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर 2025 से 9 फरवरी 2027 तक करीब सवा साल इस पद पर रहेंगे.
जस्टिस नागरत्ना कब बनेंगी चीफ जस्टिस?
कॉलेजियम की ओर से जिन नामों की सिफारिश की गई है, उनमें कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एएस ओका, गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस विक्रम नाथ, सिक्किम हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जेके माहेश्वरी, केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सीटी रवींद्र कुमार और केरल हाईकोर्ट के जज जस्टिस एमएम सुंदरेश शामिल हैं. इनके अलावा कॉलेजियम ने सीनियर एडवोकेट पीएस नरसिम्हा के नाम की भी सिफारिश की है.
वहीं, कॉलेजियम ने जिन तीन महिलाओं को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाने की सिफारिश की है, उनमें तेलंगाना हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस हिमा कोहली, गुजरात हाईकोर्ट की जज जस्टिस बेला त्रिवेदी और कर्नाटक हाईकोर्ट की जज जस्टिस बी.वी. नागरत्ना हैं.
जस्टिस सूर्यकांत का कार्यकाल खत्म होने के बाद इन 9 जजों का नंबर आएगा. लेकिन इन 9 जजों में से भी 6 जज 2027 से पहले ही रिटायर हो जाएंगे. बहरहाल जस्टिस सूर्यकांत के बाद जस्टिस विक्रम नाथ 9 फरवरी से चार महीनों के लिए चीफ जस्टिस बनेंगे. फिर 36 दिनों के लिए जस्टिस नागरत्ना देश की पहली महिला चीफ जस्टिस बनेंगी. उनके बाद जस्टिस पीएस नरसिम्हा चीफ जस्टिस बनेंगे.