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पुलिस कस्टडी में मारे गए अतीक-अशरफ मामले की CBI जांच हो, पूर्व IPS की SC में अर्जी

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में पूर्व IPS अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की गई है. उन्होंने इस हत्याकांड की सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग की है.

अतीक-अशरफ हत्या मामले में पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर पहुंचे सुप्रीम कोर्ट अतीक-अशरफ हत्या मामले में पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
संजय शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 17 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 1:54 PM IST

अतीक और अशरफ हत्याकांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक और अर्जी चिट्ठी के तौर पर दायर की गई है. पूर्व IPS अफसर अमिताभ ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस के नाम लेटर पिटीशन भेजा है. ठाकुर ने इस मामले की सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग की है.

अपनी याचिका में अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि भले अतीक अहमद और उसके भाई अपराधी थे, लेकिन जिस प्रकार से उनकी हत्या हुई है, उस पृष्ठभूमि को देखते हुए इस कांड के राज्य पोषित होने की पर्याप्त आशंका दिखती है. उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड के बाद जिस तरह उत्तर प्रदेश पुलिस ने मामले में ढील बरतने की भूमिका बनाई है उससे नहीं लगता कि कोई ठोस जांच और कार्रवाई होगी.

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ठाकुर की आशंका

अमिताभ ठाकुर ने आगे कहा,'मामले में कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं होने से भी इस मामले में उच्च स्तरीय षडयंत्र की प्रबल आशंका दिखती है. भले ही कोई व्यक्ति अपराधी क्यों ना हो, किंतु किसी भी व्यक्ति की पुलिस कस्टडी में राज्य संपोषित षड्यंत्र करके हत्या कर दिया जाना किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं है. इन स्थितियों में यदि इस बात की जरा भी आशंका है कि यह राज्य पोषित हत्या हो सकती है तो निश्चित रूप से इसकी जांच स्थानीय पुलिस द्वारा नहीं की जा सकती.'

अमिताभ ठाकुर ने कहा कि इसकी निष्पक्ष जांच मात्र सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट की  निगरानी में किसी निरपेक्ष जांच एजेंसी, यानि सीबीआई द्वारा ही की जा सकती है. चिट्ठी में लिखा है, 'कुछ चुनिंदा गैंगस्टर को ही निशाने पर लिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने भी कुछ नाम समय समय पर लिए हैं. जिनसे पता चलता है कि मुख्यमंत्री और उनकी सरकार के निशाने पर कुछ नाम हैं जिनको किसी न किसी बहाने से निशाना बनाया जा रहा है. अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी ही पुलिस या रेवेन्यू विभाग या किसी भी सरकारी महकमे की जांच और एक्शन के निशाने पर क्यों आते हैं?'

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चुनिंदा लोगों को बनाया जा रहा है निशाना

ठाकुर ने कहा 'मौजूदा सीएम ने एनकाउंटर राज चला रखा है जिसमें ये अपराधियों का पीछा करने के नाम पर सीधे खुले आम फोर्स का प्रयोग करते हैं. हजारों मुठभेड़ हो चुकी हैं. ये सब मौजूदा सीएम के राज में ही हुआ है. सरकार में सीएम, मंत्री और अधिकारी समय समय पर मुठभेड़ों और उनमें मारे गए अपराधियों की मौत और गिरफ्तारी के आंकड़े भी जारी करते हैं, लेकिन इन लोगों ने ये कभी स्वीकार नहीं किया कि ये एक्शन चुनिंदा लोगों को निशाना बनाकर ही हो रहा है. जनता सब जानती है.'

कैमरे के सामने हुई हत्या
आपको बता दें कि माफिया अतीक अहमद और अशरफ की शनिवार रात उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई है जब पुलिस दोनों को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल में मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी. इसी दौरान मीडिया कैमरों के सामने तीन हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी.इस हमले में अतीक और अशरफ की मौके पर ही मौत हो गई है. दोनों के शवों को मेडकल कॉलेज के अंदर ले जाया गया है.

अब तक की पूछताछ में पता चला है कि अतीक और अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य कासगंज का निवासी है. वहीं तीसरा आरोपी सनी हमीरपुर जनपद से है. पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अपना यही पता बताया है. पुलिस उनके बयानों को वेरिफाई कर रही है. जांच में एक बात तो साफ हो गई है कि तीनों आरोपी अतीक और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज आए थे.

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