
ज्ञानवापी मामले में अजय कुमार मिश्रा के खिलाफ वाराणसी कोर्ट ने एक्शन लिया था. उन्हें कोर्ट कमिश्नर के पद से हटा दिया गया था. उन पर मीडिया को जानकारी लीक करने का आरोप था. उस समय उन्हीं के साथी विशाल सिंह द्वारा वो याचिका दायर की गई थी. लेकिन अब वाराणसी कोर्ट में एक और याचिका दायर हुई है. उस याचिका के जरिए अजय कुमार मिश्रा का सहयोग मांगा जा रहा है. कहा गया है कि सर्वे की रिपोर्ट दाखिल करने के लिए उनकी मदद चाहिए.
याचिका में लिखा हुआ है कि प्रार्थना में कहा गया है कि अतः श्रीमान् जी से निवेदन है कि मुकदमा उपरोक्त में परिस्थिति उपरोक्त को देखते हुए दो दिन की कमीशन कार्यवाही 6 व 7 मई 2022 की समस्त रिपोर्ट वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी के साथ वकील कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा को कमीशन रिपोर्ट में सहयोग करने का आदेश दिया जाय, ताकि न्याय हो.
अब जानकारी के लिए बता दें कि पहले वाराणसी कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा को उनके पद से हटा दिया था. मुस्लिम पक्ष द्वारा तो पहले ही उन पर पक्षपात करने का आरोप लगा दिया गया था. उसके बाद कोर्ट ने भी उनके व्यवहार को गैर जिम्मेदारना माना और उन पर जानकारी लीक करने का भी आरोप लगा. कहा गया कि अजय मिश्रा ने एक प्राइवेट कैमरामैन को हायर किया था जो मीडिया को सारी जानकारी लीक कर रहा था.
अभी तक अजय कुमार मिश्रा की तरफ से इस दूसरी याचिका पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. आजतक से बात करते हुए अजय ने इतना जरूर कहा है कि उन्होंने अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ किया था. उनकी तरफ से किसी तरह का कोई पक्षपात नहीं किया गया. उन्होंने विशाल सिंह को अपना बड़ा भाई बताते हुए यहां तक कहा कि उनकी वजह से वे काफी दुखी हुए हैं. उनकी आत्मा को ठेस पहुंची है. अब वे अकेले रहना चाहते हैं और सामान्य जीवन जीने की अपील कर रहे हैं.