
टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) में हॉकी में भारतीय और महिला टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन किया. पुरुष टीम जहां हॉकी में ब्रॉन्ज जीतने में सफल रही, वहीं महिला टीम भी चौथे नंबर पर रही. इसके बाद अब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में एक याचिका दाखिल की गई है, जिसमें हॉकी (Hockey) को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय खेल (National Game) घोषित करने की मांग की गई है.
विशाल तिवारी नाम के एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की है कि कोर्ट केंद्र सरकार को हॉकी को राष्ट्रीय खेल घोषित करने का निर्देश दे.
याचिका में कहा कि हॉकी को राष्ट्रीय खेल के रूप में जाना तो जाता है लेकिन उसे अभी तक आधिकारिक रूप से सरकार ने राष्ट्रीय खेल घोषित नहीं किया है. याचिका के मुताबिक, हॉकी भारत का गौरव है, जो अब अपनी पहचान खोता जा रहा है. सरकार की तरफ से हॉकी को सपोर्ट नही किया जा रहा है.
इसके अलावा याचिका में खेल प्राधिकरण को विकसित करने और ओलंपिक में खेले जाने वाले खेलों के लिए फंड, सुविधाएं और बुनियादी ढांचा मुहैया कराने की मांग की गई है. साथ ही ओलंपिक में खेले जाने वाले खेलों को स्कूल और कॉलेज स्तर पर प्रमोट करने की मांग का निर्देश देने की भी मांग याचिका में की गई है.