
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम से गुजरात हाईकोर्ट के जज जस्टिस निखिल कारियल का ट्रांसफर कर दिया गया है. उनका ट्रांसफर पटना हाईकोर्ट में कर दिया गया है. उनके ट्रांसफर से गुजरात हाईकोर्ट बार के वरिष्ठ वकील नाराज हैं. तबादले के बाद गुजरात हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकीलों का प्रतिनिधिमंडल चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ से मिला.
CJI चंद्रचूड़ ने वकीलों को मिलने के लिए सोमवार को भोजनावकाश के दौरान समय दिया. इस मुलाकात के दौरान कॉलेजियम के अन्य सदस्यों में से जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एम आर शाह भी मौजूद रहे. बता दें कि जस्टिस निखिल कारियल के ट्रांसफर के विरोध में गुजरात हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के वकीलों ने अदालत कक्षों में काम बंद कर रखा है.
CJI ने कहा- हड़ताल खत्म करो
मुलाकात के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने गुजरात हाईकोर्ट बार के अधिकारियों को भरोसा दिया कि उनकी मांग पर विचार किया जाएगा. लेकिन पहले हड़ताल और विरोध खत्म करें. इस पर बार के अधिकारियों ने कहा कि हड़ताल खत्म करने को लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं लिया गया है. मंगलवार को बार की आम सभा होगी जिसमें इस मुद्दे पर विचार कर समुचित फैसला लिया जाएगा.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने बीते दिनों में कुछ तबादले किए हैं. जस्टिस निखिल एस करियल के अलावा तेलंगाना हाईकोर्ट के जज ए अभिषेक रेड्डी का भी पटना हाईकोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया. मद्रास हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश टी राजा को CJI चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने राजस्थान हाईकोर्ट में ट्रांसफर कर दिया था.
इसी तबादले को लेकर गुजरात हाईकोर्ट में विरोध चल रहा है. उनका कहना है कि इस तबादले के आदेश को वापस लिया जाए. इसी मामले में आज उन्होंने CJI चंद्रचूड़ से मुलाकात की थी.
विपुल मनुभाई पंचोली को ट्रांसफर करने की मांग
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने गुजरात हाईकोर्ट के न्यायाधीश विपुल मनुभाई पंचोली को पटना हाई कोर्ट ट्रांसफर करने की सिफारिश की है. कॉलेजियम ने ये सिफारिश 29 सितंबर को हुई बैठक में की थी. तब कॉलेजियम की अगुआई सीजेआई के तौर पर न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित कर रहे थे. लेकिन करीब 25 दिन पहले लिए सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया. कॉलेजियम के बयान में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 29 सितंबर 2022 को हुई बैठक में गुजरात हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस विपुल मनुभाई पंचोली को पटना हाईकोर्ट में स्थानांतरित करने की सिफारिश की गई थी. गौरतलब है कि जब ये फैसला लिया गया तब कॉलेजियम की अगुवाई तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति यू यू ललित कर रहे थे.
SC में अहम सुनवाई
बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट में आज CrPC की धारा 64 को चुनौती देने वाली याचिका पर भी सुनवाई हुई. कहा गया कि इसकी वजह से महिलाओं के साथ भेदभाव और आरोपियों को समन करने में देरी होती है. इस वजह से न्याय मिलने में भी देरी होती है. सुनवाई के बाद CJI की अध्यक्षता वाली बेंच ने नोटिस जारी करते हुए AG को 4 हफ्ते में जवाब दाखिल करने को कहा है. मामले पर याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि CrPC की धारा 64 महिलाओं के साथ भेदभावपूर्ण है. क्योंकि इसकी वजह से न्याय प्रक्रिया में देरी भी होती है.