
भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की याचिका गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई के लिए आई तो उसके वकील ने कहा कि याचिका का पता नहीं चल रहा है. दोबारा इसके कागजात तैयार करने के लिए उन्हें कुछ समय चाहिए. दरअसल, चोकसी ने 2019 में याचिका दायर कर उसके खिलाफ सीबीआई द्वारा दर्ज केस रद्द करने की मांग की थी.
कोर्ट में सुनवाई के लिए पहुंचे चोकसी के वकील राहुल अग्रवाल ने जस्टिस एनडब्ल्यू सांबरे और आरएन लड्डा की बेंच को बताया कि लॉकडाउन और ऑफिस शिफ्ट होने के कारण वह अपनी खुद की याचिका नहीं ढूंढ पा रहे हैं. अग्रवाल ने कहा, "कागजात खो गए हैं. मुझे अपने कागजात के पुनर्निर्माण के लिए समय चाहिए."
पीठ ने सीबीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे हितेन वेनेगांवकर से पूछा कि क्या उनके पास याचिका है. वेनेगांवकर ने भी नकारात्मक में उत्तर दिया. जिसके बाद पीठ ने अग्रवाल को एक दिन का समय देने का फैसला किया. हालांकि अग्रवाल ने कहा कि वह महाराष्ट्र अभियोजन पक्ष के कार्यालय भी गए थे, लेकिन उनके पास भी कॉपी नहीं थी. इसलिए उन्होंने कुछ और समय मांगा.
इस पर न्यायमूर्ति सांबरे ने तब पूछा, "आप इतने वैल्यूएबल क्लाइंट के कागजात गुम होने का जोखिम कैसे उठा सकते हैं?" इस पर कोर्ट में मौजूद सभी लोग हंस पड़े. जस्टिस सांबरे ने आगे पूछा, "चोकसी कहां पर हैं?" अग्रवाल ने जवाब दिया, "एंटीगुआ" जबकि वेनेगांवकर ने जवाब दिया, "लापता."
अग्रवाल ने जोर देकर कहा, "वे (सीबीआई) जानते हैं कि वह एंटीगुआ में हैं." वेनेगांवकर ने फिर जोर देकर कहा, "लापता, भगोड़े आर्थिक अपराधी के खिलाफ कार्यवाही शुरू की गई है." पीठ ने मामले की अगली सुनवाई 17 फरवरी तक के लिए स्थगित करने का फैसला किया.
बता दें कि चोकसी करोड़ों रुपये का पीएनबी घोटाला सामने आने के बाद से एंटीगुआ में है. वह चिकित्सा संबंधी मुद्दों का हवाला देते हुए कहते रहे हैं कि वह अपने खराब स्वास्थ्य के कारण इतनी लंबी यात्रा नहीं कर सकते. चोकसी और उसका भतीजा नीरव मोदी दोनों पीएनबी घोटाले में ईडी और सीबीआई द्वारा वांछित हैं.