
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से नंदीग्राम चुनाव के नतीजे को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई हुई. जस्टिस कौशिक चंद्रा ने ममता बनर्जी की ओर से लगाए गए आरोपों पर जवाब मांगा. इस पर ममता के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील रखी. दलील को सुनने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है.
अभिषेक मनु सिंघवी ने जस्टिस कौशिक चंद्रा के सामने तर्क दिया कि वे क्यों मानते हैं कि मामले की सुनवाई करते समय पक्षपात हो सकता है. उन्होंने कहा कि जस्टिस (जस्टिस चंद्रा) का भाजपा नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध है, ऐसे में पूर्वाग्रह को लेकर याचिकाकर्ता के मन में आशंका वाजिब होगी.
सीएम ममता बनर्जी खुद सुनवाई के दौरान वर्चुअल मौजूद हैं. सुनवाई से पहले ममता बनर्जी ने इस केस की सुनवाई कर रहे जस्टिस कौशिक चंद्रा की बेंच को बदलने की मांग की है. बीते दिनों ही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेताओं ने जस्टिस कौशिक की कथित फोटो शेयर की थी, जिसमें वह बीजेपी नेताओं के साथ थे.
ममता बनर्जी ने कलकत्ता हाई कोर्ट में नंदीग्राम के चुनाव प्रक्रिया को चुनौती देते हुए एक याचिका दाखिल की थी. उनका आरोप था कि नंदीग्राम में धांधली की गई. ममता ने नंदीग्राम के चुनाव को रद्द करने की मांग की है. ममता की इस याचिका पर सुनवाई के लिए जस्टिस कौशिक चंद्रा की एकल बेंच बनाई गई है, जो आज सुनवाई करेगी.
इस बीच टीएमसी नेताओं ने जस्टिस कौशिक चंद्रा की एक तस्वीर शेयर की, जिसमें दावा किया गया कि वह बीजेपी नेताओं के साथ बैठे हैं. इसके साथ ही टीएमसी नेताओं ने एक लिस्ट शेयर की, जिसमें बतौर वकील रहते हुए कौशिक चंद्रा ने बीजेपी की ओर से कितने लड़े हैं. इसके बाद ममता ने हाई कोर्ट में याचिका दायर करके बेंच बदलने की मांग की.
इस याचिका में सीएम ममता बनर्जी ने दलील दी कि जस्टिस कौशिक चंद्रा की बेंच में उन्हें उचित न्याय नहीं मिलने की आशंका है. याचिका में इस बेंच से केस ट्रांसफर करने की मांग की गई थी. ममता बनर्जी के वकील संजय बसु ने कहा कि उन्होंने पहले ही 16 जून को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर बेंच बदलने की मांग की थी.
वकील संजय बसु ने कहा कि कार्यवाहक चीफ जस्टिस को लिखी गई इस चिट्ठी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी, इसके बाद हमने याचिका दाखिल की है, उनके मुवक्किल के पास इसके अलावा कोई रास्ता नहीं था, हम चाहते हैं कि नंदीग्राम केस को दूसरे बेंच को ट्रांसफर किया जाए, जिससे मेरे मुवक्किल को उचित न्याय मिल सके.