
संसद की सुरक्षा में चूक मामले के सभी 6 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाने को लेकर दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में गुहार लगाई है. इससे पहले सभी छहों मुलजिमों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट के निर्देश के मुताबिक न्यायिक हिरासत की अवधि खत्म होने के बाद अगले आदेश के लिए इनको पेश किया गया. दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसे जांच पूरी करने के लिए 45 दिन का समय चाहिए. इसके बाद चार्जशीट दाखिल कर देंगे.
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से जांच पूरी करने और चार्जशीट दाखिल करने के लिए समय बढाने की मांग की. अपनी गुहार के समर्थन में दिल्ली पुलिस ने कहा कि अभी कुछ गवाहों से और पूछताछ करनी है. अभी भी कुछ जांच रिपोर्ट का इंतजार है. इसके बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को जांच पूरी करने के लिए 30 दिन का समय दे दिया. पटियाला हाउस कोर्ट ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले सभी 6 आरोपियों के खिलाफ 25 मई तक जांच पूरी करने की मोहलत दी.
पटियाला हाउस कोर्ट ने संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले 6 आरोपियों ललित झा, महेश कुमावत, अनमोल, सागर शर्मा और मनोरंजन डी, नीलम आज़ाद की न्यायिक हिरासत भी 25 मई तक बढ़ा दी.
क्या है पूरा मामला?
पिछले साल जब 13 दिसंबर को देश संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी मना रहा था, उसी दिन संसद में दो लोग घुस गए. विजिटर पास से घुसे दोनों युवक विजिटर्स गैलरी से कूदकर सीधे सदन में पहुंच गए. इसके बाद अपने जूतों में छिपाकर लाए स्मॉक गैस का इस्तेमाल भी किया, जिसकी वजह से सदन में धुआं फैल गया. इन दोनों युवकों की पहचान लखनऊ के रहने वाले सागर शर्मा और मैसूर के रहने वाले मनोरंजन डी के रूप में हुई. ये दोनों युवक बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा की सिफारिश पर पास लेकर संसद की कार्यवाही देखने के लिए घुसे थे.