
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक बार फिर से डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. प्रयागराज में डेंगू के बढ़ते मामलों का स्वतः संज्ञान लेकर जनहित याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने अधिकारियों को मामले में लापरवाही न बरतने का सख्त निर्देश देते हुए प्रयागराज में सभी वार्डों में कमेटी गठित कर मॉनीटरिंग का निर्देश दिया है.
हाईकोर्ट में प्रयागराज के DM, CMO और नगर आयुक्त पेश हुए. हाईकोर्ट ने तीनों अधिकारियों को पिछली सुनवाई पर तलब किया था. कोर्ट ने गठित की जाने वाली कमेटियों में वार्ड के कॉर्पोरेटर, इलाके में रहने वाले डॉक्टर, वकील, नगर निगम कर्मचारी और संभ्रांत लोगों को शामिल करने को कहा है.
कोर्ट ने अफसरों को व्यवस्था सुधारने के लिए पांच दिन की मोहलत दी है. कोर्ट ने कहा है कि अधिकारी फाइलों से निकलकर जमीन पर काम करें और सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लें. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
हाईकोर्ट ने वार्डवार हालात की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जरूरी प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया. अदालत में पेश हुए नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने कोर्ट को बताया कि दो दिनों के अंदर एंटी लार्वा के छिड़काव की नई मशीन आ जाएगी. इस मशीन के आ जाने से फॉगिंग का कार्य तेजी से हो सकेगा.
मामले को लेकर बुधवार को फिर होगी सुनवाई
हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष आरके ओझा व अन्य वकीलों ने हाईकोर्ट से मॉनीटरिंग का अनुरोध किया. कोर्ट ने इस अनुरोध को मंजूर करते हुए बुधवार को फिर से सुनवाई की बात कही है.
बुधवार 9 नवंबर को मामले की अगली सुनवाई होगी. आज चीफ जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस जेजे मुनीर की डिवीजन बेंच में मामले की सुनवाई की गई है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इससे पहले सुनवाई कर अफसरों को कड़ी फटकार लगाई थी. हाईकोर्ट की फटकार के बाद सूबे के चीफ सेक्रेट्री और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक प्रयागराज आए थे. उन्होंने यहां अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए.
प्रयागराज में डेंगू से 6 लोगों की हो चुकी है मौत
गौरतलब है कि प्रयागराज में डेंगू के सबसे ज्यादा केस मिले हैं. जिले में अब तक करीब एक हजार लोगों की एलाइजा रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. इसके साथ ही 6 लोग मौत का शिकार हो चुके हैं. कोर्ट की फटकार के बाद हाईकोर्ट के आसपास नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी फागिंग और एंटी लार्वा स्प्रे करते नजर आए.