
भारत 90 के दशक से लेकर अब तक लगातार आतंकवादी घटनाओं का शिकार होता रहा है. कश्मीर, दिल्ली, मुंबई या फिर देश के कई हिस्से जहां आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दिया गया है. इन आतंकी घटनाओं से जुड़े RTI (राइट टू इनफॉर्मेशन) में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. नोएडा के समाजसेवी और एडवोकेट रंजन तोमर ने RTI के जरिए लगाई थी, जिसके माध्यम से जानकारी मिली है कि 1990 से अब तक 13 हजार से ज्यादा लोगों की जान आतंकवादी वारदातों में गई हैं.
रंजन तोमर की ओर से मांगी गई जानकारी के जवाब में गृह मंत्रालय ने लिखित जवाब दिया है. RTI की कॉपी आजतक के पास भी मौजूद है. RTI में जानकारी दी गई है कि अगस्त 2019 में कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद आतंकवादी घटनाओं में मारे गए लोगों की तादाद में कमी आई है.
1990 से लेकर सितंबर 2021 तक इतने लोगों ने जान गंवाई
1990 में 461 जबकि 1991 में 382 लोगों की हत्या हुई। 1992 में 634, 1993 में 747, 1994 में 820 जबकि 1995 में 1031 निर्दोष लोग आतंकी घटनाओं का शिकार हुए. 1996 में सबसे ज्यादा 1341, 1997 में 971, 1998 में 889, 2000 में 847, 2001 में 996 जबकि 2018 और 2019 में 39-39 और 2020 में 37 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. 2021 में 30 सितंबर तक 24 आम नागरिकों की हत्या की गई है.
1990 से अब तक कुल 13 हजार से ज्यादा लोगों को आतंकवादियों ने मौत के घाट उतारा है, यानी पिछले 31 साल में औसतन 419 से ज्यादा निर्दोष लोगों की आतंकी घटनाओं में जान गई है. उधर, कश्मीर में धारा 370 हटने यानि अगस्त 2019 के बाद पिछले दो साल में 76 लोगों की हत्या हुई.