
फैक्ट चेकर और ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है. यूपी के सीतापुर में दर्ज एक एफआईआर को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने जहां जुबैर से कहा कि वह अपनी दलीलें दिल्ली हाइकोर्ट में ही रखें. वहीं दिल्ली हाइकोर्ट को निर्देश दिया कि वह इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले से प्रभावित हुए बिना इस पर स्वतंत्र तरीके से विचार करे.
मोहम्मद जुबैर की एफआईआर रद्द करने वाली मांग याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी गई कि उसके ही आदेश पर मोहम्मद जुबैर से जुड़े सारे मामले दिल्ली हाईकोर्ट ट्रांसफर किए गए हैं. वहां पर इन्हें लेकर सुनवाई भी शुरू हो गई है. जबकि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बताया गया कि स्पेशल सेक्रेटरी ने केस डायरी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को ट्रांसफर कर दी है.
इस मामले में पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को सीतापुर में FIR रद्द करने की जुबैर की याचिका पर जवाबी हलफनामा दाखिल करने के लिए 4 हफ्ते का समय दिया था. वहीं मोहम्मद जुबैर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी जिसमें FIR रद्द करने की याचिका खारिज कर दी गई थी.
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहले भी जुबैर को बड़ी राहत दे चुकी है. अदालत ने जुबैर को तुरंत जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए थे. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित SIT भी भंग कर दी थी. साथ ही जुबैर के खिलाफ दर्ज सारी FIR दिल्ली पुलिस के पास ट्रांसफर कर दी थी. कोर्ट ने जुबैर को ये भी कहा था कि FIR रद्द कराने के लिए वो दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं.