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'नौजवानों को लश्कर, IS, अलकायदा ज्वॉइन कराने की थी कोशिश', PFI के 11 कार्यकर्ता NIA की रिमांड में भेजे गए

एनआईए ने 22 सितंबर को एक साथ 15 राज्यों में छापेमारी की थी. इस दौरान उसने पीएफआई के 106 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था. अब जांच एजेंसी उन्हें कोर्ट में पेश कर रही है. एजेंसी ने कोच्चि में 11 और दिल्ली में 3 पीएफआई नेताओं को कोर्ट में पेश किया. उनके खिलाफ सबूत भी दिए, जिसके बाद कोर्ट ने सभी को 7 दिन के लिए एनआईए की रिमांड में भेज दिया है.

22 सितंबर को एनआईए की रेड में 106 पीएफआई कार्यकर्ता हुए थे अरेस्ट (फाइल फोटो) 22 सितंबर को एनआईए की रेड में 106 पीएफआई कार्यकर्ता हुए थे अरेस्ट (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • कोच्चि/नई दिल्ली,
  • 25 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:42 AM IST

कोच्चि में एनआईए की विशेष अदालत ने शनिवार को 11 पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कार्यकर्ताओं को 7 दिन यानी  30 सितंबर तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की हिरासत में भेज दिया है. सभी को 22 सितंबर को एनआईए की देशव्यापी छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया था. 

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार जब आरोपियों को कोर्ट में पेश किए गया तो उन्होंने जांच एजेंसी के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान अदालत ने चेतावनी देते हुए कहा कि वह कुछ आरोपियों के मामले की सुनवाई के लिए तैयार है इसलिए उन्हें नारेबाजी से बचना चाहिए.

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विशेष समुदाय के प्रमुख नेता थे टारगेट पर

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट में सुनवाई के दौरान एनआईए ने पीएफआई और उसके गिरफ्तार नेताओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए. एजेंसी ने दावा किया कि छापे के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों में एक विशेष समुदाय के प्रमुख नेताओं को लक्षित करने वाली अत्यधिक आपत्तिजनक सामग्री पाई गई है.

एनआईए ने कोर्ट में आरोपियों की कस्टडी की मांग करते हुए बताया कि कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पीएफआई ने युवाओं को लश्कर-ए-तैयबा, इस्लामिक स्टेट (आईएस) और अल- कायदा सहित आतंकवादी संगठन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया है.

दिल्ली PFI अध्यक्ष समेत 3 को हिरासत में भेजा

दिल्ली में एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की दिल्ली इकाई के तीन पदाधिकारियों को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की सात दिन की रिमांड में भेज दिया है. साथ ही कोर्ट ने सभी आरोपियों का मेडिकल कराने का भी आदेश दिया है.

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कोर्ट ने कैश डोनेश की आड़ में मनी लॉन्ड्रिंग में उनकी कथित भूमिका के लिए उनकी कस्टडी की मंजूरी दी है. ईडी ने आरोपी पीएफआई दिल्ली के अध्यक्ष परवेज अहमद, दिल्ली इकाई के महासचिव मो. इलियास और कार्यालय सचिव अब्दुल मुकीत की हिरासत की मांग की थी.

विदेश से अवैध तरीके से हो रही थी फंडिंग

ईडी ने कोर्ट को बताया कि आरोपियों को पीएफआई के अन्य सदस्यों, हवाला, बैंकिंग चैनलों आदि के माध्यम से यह राशि मिली है. इस धन का इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों और अपराधों को अंजान देने के लिया गया है. एजेंसी ने बताया कि पीएफआई के पदाधिकारियों की साजिश के तहत सालों से विदेश से फंड ट्रांसफर गुप्त या अवैध चैनल के जरिए किया जा रहा था.

एनआईए की स्पेशल कोर्ट ने सुनवाई के दौरान एजेंसी ने कहा कि दस्तावेजों के आधार पर जांच अभी शुरुआती चरण में है. कैश डोनेशन प्राप्त करने के जानकारी, उसी के उद्देश्य और कार्यान्वयन के बारे में जानने की कोशिश की जा रही है. इस्तेमाल किए गए धन के साथ-साथ उसके स्रोत की भी पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए.

15 राज्यों में रेड, 106 PFI कार्यकर्ता अरेस्ट

एनआईए की 22 सितंबर को 15 राज्यों में एक साथ छापेमारी में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 106 कार्यकर्ताओं को आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. रेड के बाद केरल से पीएफआई से जुड़े सबसे ज्यादा 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद महाराष्ट्र और कर्नाटक (20-20), तमिलनाडु (10), असम (9), उत्तर प्रदेश (8), आंध्र प्रदेश (5), मध्य प्रदेश (4), पुडुचेरी और दिल्ली (3-3) और राजस्थान (2) में गिरफ्तारियां हुई हैं.

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