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राजनीतिक दलों की मुफ्त घोषणाओं पर लगेगी रोक? सुप्रीम कोर्ट का फैसला आज

सीजेआई एनवी रमना के कार्यकाल का आज अंतिम दिन है और कार्यकाल के अंतिम दिन सीजेआई की पीठ पांच मामलों में अपना फैसला सुनाएगी. जस्टिस एनवी रमना की पीठ मुफ्त की घोषणाओं के साथ ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ हेट स्पीच मामले में केस चलाने की अनुमति नहीं दिए जाने के खिलाफ दायर याचिका पर भी फैसला सुनाएगी.

सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो) सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो)
संजय शर्मा/अनीषा माथुर
  • नई दिल्ली,
  • 26 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 6:54 AM IST

राजनीतिक दलों की ओर से चुनाव के समय की जाने वाली मुफ्त की घोषणाओं का मामला सुप्रीम कोर्ट में है. सुप्रीम कोर्ट में मुफ्त की रेवड़ी से संबंधित इस मामले की सुनवाई पूरी हो गई है. अब फैसले की घड़ी भी आ गई है. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना की अगुवाई वाली पीठ मुफ्त की रेवड़ियों से जुड़े इस मामले में आज अपना फैसला सुना देगी.

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राजनीतिक दलों की ओर से मुफ्त की घोषणाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका पर शुक्रवार यानी 26 अगस्त को फैसला आएगा. पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट बार-बार सरकार से ये कह चुका है कि इसे लेकर सर्वदलीय बैठक के जरिये एक आम राय बनाई जाए. निर्वाचन आयोग ने भी कहा कि इस बाबत नियम कायदे और कानून बनाने का काम उसका नहीं बल्कि सरकार का है.
 
सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से ये कहा गया कि कानून बनाने का मामला इतना आसान नहीं है. सरकार की ओर से कहा गया कि कुछ विपक्षी पार्टियां मुफ्त की घोषणाएं करने को संविधान की ओर से मिली अभिव्यक्ति के अधिकार का अंग मानती हैं. इस मामले में आम आदमी पार्टी भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थी और खुद को भी पार्टी बनाने की मांग की थी.

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अब, जबकि सुनवाई पूरी हो चुकी है और आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है. सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर टिकी हैं कि चीफ जस्टिस की अगुआई वाली पीठ इस समस्या से निपटने का क्या नायाब और सटीक रास्ता सुझाती है. गौरतलब है कि चीफ जस्टिस एनवी रमना के कार्यकाल का आज अंतिम दिन भी है. ऐसे में माना जा रहा है कि चीफ जस्टिस एनवी रमना अपने कार्यकाल के अंतिम दिन मील का पत्थर साबित होने वाला फैसला सुना सकते हैं.

इन मामलों में भी आएगा फैसला

चीफ जस्टिस एनवी रमना की पीठ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ साल 2007 के भड़काऊ भाषण संबंधी मामले में भी अपना फैसला सुनाएगी. यूपी सरकार की तरफ से सीएम योगी के खिलाफ मुकदमा चलाने की इजाजत नहीं दी गई थी जिसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर हुई है. इस याचिका पर भी सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा.

मुफ्त की घोषणाओं और गोरखपुर दंगों से जुड़े सीएम योगी के केस के अलावा बैंकरप्सी से जुड़े मामले और कर्नाटक माइनिंग बैन केस के साथ ही राजस्थान में माइनिंग से जुड़े केस में भी आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना है. CJI एनवी रमना के कार्यकाल का आज अंतिम दिन है और कार्यकाल के अंतिम दिन CJI की पीठ कुल पांच मामलों में अपना फैसला सुनाएगी.

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