
उपहार कांड में 59 लोगों की मौत के बाद अदालती सबूत से छेड़छाड़ के दोषी सुशील और गोपाल अंसल को मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने बड़ी राहत दे दी है.
कोर्ट ने दोनों भाइयों सहित पांच दोषियों के अपराध सिद्ध पर सीएमएम कोर्ट के फैसले को उचित मानते हुए कहा कि अंसल बंधुओं को इस मामले बची हुई सजा नहीं काटनी होगी. कोर्ट ने बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उनकी सजा को माफ कर दिया है.
इससे पहले चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने 9 नवंबर 2021 को असंल बंधुओं को सबूतों के साथ छेड़छाड़ के मामले में दोषी ठहराते हुए 7 साल कैद और दोनों को ₹2.25-2.25 करोड़ जुर्माना सह मुआवजा राशि अदा करने की सजा सुनाई थी.
पीड़िता बोली- अदालत ने न्याय नहीं किया
वहीं पटियाला हाउस कोर्ट का आदेश आने के बाद पीड़ितों की मां नीलम कृष्णमूर्ति कोर्ट रूम में ही रो पड़ीं. उन्होंने कहा कि अदालत ने न्याय नहीं किया. उनके साथ पक्षपात हुआ है. नीलम कृष्णमूर्ति ने जोर से कहा कि कोर्ट के फैसले से पीड़ितों को निराशा हुई है.
एक दिन पहले कोर्ट ने राहत देने से कर दिया था मना
एक दिन पहले हुई सुनवाई में पटियाला हाउस कोर्ट ने उपहार सिनेमा हादसे के दोषी सुशील अंसल और गोपाल अंसल की सजा को बरकरार रखा था. कोर्ट ने कहा था कि सबूतों से छेड़छाड़ करने पर अंसल बंधुओं को कोई राहत नहीं दी जा सकती.
कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई की जांच में कई तथ्य सामने आए हैं. सबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई है. इससे पहले भी आरोपियों की ओर से सजा निलंबित करके जमानत पर रिहा करने की मांग की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था.
1997 को सिनेमा हॉल में लग गई थी आग
13 जून 1997 को दिल्ली के उपहार सिनेमाहॉल में हिन्दी फिल्म बॉर्डर के प्रदर्शन के दौरान भीषण आग लग गई थी. उस अग्निकांड में सिनेमा हॉल में फंसकर 59 दर्शकों की मौत हो गई थी. जांच में पता चला कि सिनेमा हॉल में अतिरिक्त सीटें लगाकर आने-जाने का रास्ता संकरा कर दिया गया था.
मामले की सुनवाई के दौरान अंसल बंधुओं पर याचिकाकर्ताओं को धमकाने और कोर्ट स्टाफ से सांठगांठ कर कोर्ट की फाइलों से छेड़छाड़ की गई. फाइलों से पन्ने फाड़कर गायब किए गए. कोर्ट में यह मामला उपहार त्रासदी पीड़ित एसोसिएशन (AVUT) की अध्यक्ष नीलम कृष्णमूर्ति ने दाखिल किया था