
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अदालती कार्यवाही में लापरवाही को लेकर सख्त रुख अपना लिया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अदालती कार्यवाही में लापरवाही बरते जाने के एक मामले में वाराणसी के जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश को तलब किया था. वाराणसी के जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में पेश हुए.
वाराणसी के जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचे और जस्टिस अजीत कुमार के चेंबर में पेश हुए. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वाराणसी के जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश को सभी आरोप से बरी कर दिया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने असीम कुमार दास के जिस मुकदमे में जिला जज को तलब किया था, उस मामले को निस्तारित कर दिया है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने वाराणसी के जिला जज अजय कुमार विश्वेश को असीम कुमार दास के मामले में 5 दिसंबर तक फिर से फैसला लेने के लिए कहा है. गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले की पिछली सुनवाई के दौरान वाराणसी के जिला जज को लेकर तल्ख टिप्पणी की थी. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अजय कृष्ण विश्वेश को लेकर सख्त टिप्पणी की थी.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने असीम कुमार दास के मामले में पिछली सुनवाई के दौरान तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि जिला जज गलत आदेश देने के आदती हैं. गौरतलब है कि याचिकाकर्ता असीम कुमार दास ने हाईकोर्ट में कहा था कि विलंब के लिए माफी के साथ काल बाधित पुनरीक्षण अर्जी दाखिल की गई. मियाद अर्जी निस्तारित किए बगैर वाराणसी के जिला जज की कोर्ट ने 12 अक्टूबर को समन भी जारी कर दिया.
याची ने ये भी कहा था कि 13 अक्टूबर को कोर्ट में हाजिर होकर आपत्ति भी दाखिल की. याची के वकील ने कहा था कि समन तब तक जारी नहीं किया जा सकता, जब तक मियाद अधिनियम की धारा पांच की अर्जी तय नहीं होती. याची ने जिला जज पर इस प्रावधान के उल्लंघन का आरोप लगाया था. इसी मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मूल पत्रावली के साथ तलब किया था. बता दें कि ज्ञानवापी मामले की सुनवाई भी वाराणसी के जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में ही चल रही है.