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हिंदुस्तानी खाना महज एक स्वाद भर नहीं, बल्कि एक जश्न और पूरा इतिहास है. दुनिया को इससे रूबरू कराने का श्रेय बहुत कुछ शेफ रणबीर बरार को जाता है. वो शेफ, जिनकी महिलाओं में फैन फॉलोइंग उनके हमनाम बॉलीवुड सितारों से कम नहीं. वो शेफ, जिसकी वजह से आजकल की युवा पीढ़ी को भी खाना बनाना बेहद ग्लैमरस लगने लगा है. कुकिंग शो मास्टरशेफ में रणवीर जब आंखें मूंदकर किसी जायके को समझने की कोशिश करते हैं तो देखने वालों की आत्मा उस पकवान के एहसास से भर उठती है. 'रणवीर आपने बताया नहीं', 'ब्यूटीफुल', 'प्रिय मित्र धनिया' जैसे तकिया कलाम यूट्यूब पर उनके वीडियोज देखकर कुकिंग सीखने वालों के बीच काफी मशहूर हो चले हैं. कुछ बताने के बाद जरा सा थमकर लंबी सी मुस्कान देने वाले इस शेफ ने aajtak.in से बातचीत की. रणवीर ने खाने-पीने से अपनी मोहब्बत के सफर के कुछ दिलचस्प किस्से बयां किए.
सवाल: आपको खाने से कैसे प्यार हुआ? आपने कैसे सोचा कि आपको एक शेफ बनना चाहिए?
रणवीर बरार: मेरा बचपन लखनऊ में बीता. इस शहर में खाने के साथ एक कनेक्शन बन जाता है. इस वजह से मुझे लगा कि ये काम बहुत अच्छा है, यह काम मैं निभा पाऊंगा. मेरी लाइफ में अगर लखनऊ नहीं होता तो शायद मैं शेफ नहीं बनता.
सवाल: जब हर कोई डॉक्टर या इंजीनियर बनना चाहता था, उस वक्त आपने शेफ बनने का सोचा. ऐसे में आपने अपने घरवालों को कैसे कन्विंस किया?
रणवीर बरार: वो पार्ट उस वक्त सबसे मुश्किल था क्योंकि हर मां-बाप अपने बच्चों का भला चाहते हैं. उन्हें समझाने में मुझे समय लगा. हालांकि, वे समझ गए कि आने वाले समय में यह करियर काफी बड़ा होगा, मैं यही करूंगा और कुछ नहीं करूंगा. इसीलिए कुछ समय बाद वह मान गए.
सवाल: इतना बड़ा शेफ बनने से पहले किचन में आपकी सबसे प्यारी यादें कौन-सी हैं?
रणवीर बरार: सबसे प्यारी यादों में मेरी दादी के हाथ का खाना है, जो मुझे बेस्ट लगता है. दादी, मां से भी ज्यादा प्यार से खिलाती हैं. वह बस इंतजार करती हैं कि कोई तो कहे कि भूख लगी है. दादी के हाथ का खाना सबको याद रहता है, मेरी दादी चूरी बनाती थीं. इसमें रोटी को घी और चीनी में मसलकर खाते हैं, वो मुझे बहुत पसंद था.
सवाल: हर फूड की अपनी एक खासियत होती है, इंडियन फूड में ऐसा क्या खास है?
रणबीर बरार: यहां के मसाले खास हैं. भारतीय खानपान का इतिहास है और हमारे खाने का घर से कनेक्शन है. यह हमारे खाने को अलग बनाता है. दुनिया को यह चीज पता लगनी चाहिए.
सवाल: आप धनिये को एक नेशनल हर्ब भी बनाना चाहते हैं. पुदीना, सोया और दूसरी चीजें भी तो हैं. सिर्फ धनिये से इतना प्यार क्यों?
रणवीर बरार: पर्सनल चॉइस है जी. मुझे लगता है कि मुझे इतनी मोहब्बत है धनिए से और एक तरह से यह पूरे हिंदुस्तान को कनेक्ट भी करता है. दक्षिण-उत्तर, पश्चिम-पूरब आप कहीं भी जाएं, हर जगह धनिया है, ये पूरे हिंदुस्तान के कुजीन को कहीं न कहीं कनेक्ट करता है. यह एक यूनिफाइंग हर्ब है तो मजाक में ही मुझे लगा कि चलो, धनिये को देश से जोड़ने की एक मुहिम चला देते हैं.
सवाल: लखनऊ के मुनीर चाचा से क्या कनेक्शन है?
रणवीर बरार: मुनीर चाचा कबाब बनाते हुए कई सारी कहानियां सुनाते थे. हमने सोचा ये तो बढ़िया काम है, उनके साथ खाना बनाना सीखने चले गए. लेकिन वह सिर्फ मसाले कुटवाते, कोयला उठवाते थे. 8 महीने में काम तो कुछ नहीं सिखाया लेकिन यह जरूर सिखा दिया कि किचन में मेहनत की कितनी कद्र होनी चाहिए. रसोई में कौन सी चीज कितनी जरूरी है. छोटी-छोटी चीजें भी अच्छे से आनी चाहिए. जिन्दगी, खाने और किचन में जो छोटे-छोटे कनेक्शन हैं, उन्होंने यही सब सिखाया.
सवाल: आपकी हर डिश लोगों को पसंद आती है, लेकिन आपकी अपनी मनपसंद डिश क्या है?
रणवीर बरार: जब मेरे पास वक्त होता है तो मुझे खिचड़ी खाना बेहद पसंद होता है. मैं शांति से घर आऊं, खिचड़ी हो, दही हो, अचार और पापड़ हो तो मुझे बहुत मजा आता है.
सवाल: देसी डिशेज के अलावा अगर इंटरनेशनल की बात करें तो इंटरनेशनल कुजीन में आपको क्या पसंद है?
रणबीर बरार: मुझे लगता है कि फ्रेंच डेजर्ट का अपना एक चार्म है. उनकी मिठास और उनकी बारीकी..., मुझे इटैलियन रिजोटो काफी पसंद है.
सवाल: जब आपको देर रात में भूख लगती है तो आप क्या बनाना पसंद करते हैं? छोटी-मोटी भूख मिटाने के लिए आप क्या करते हैं?
रणबीर बरार: मैं तो गुड़ और चना लेकर बैठ जाता हूं. मैं रात को इतनी मेहनत नहीं करता. कोई आया तो साथ में कुछ बना लेता हूं, अपने लिए इतनी मेहनत नहीं करता, गुड़ चना ही खाता हूं.
सवाल: खाने के साथ हर कोई मीठा तो जरूर पसंद करता है, डेजर्ट में आपको क्या पसंद है?
रणबीर बरार: गरम गरम मीठा हो तो मैं कुछ भी खा लूंगा. बंगाली मिठाई मुझे काफी पसंद है. खास कर छेने वाली मिठाई मुझे बहुत अच्छी लगती है. मीठा मेरी कमजोरी है, रसगुल्ला, जलेबी, मैं मीठे में कुछ भी खा सकता हूं.
सवाल: मास्टरशेफ के इस सीजन में कौन आगे तक जा सकता है?
रणबीर बरार: कोई भी आगे जा सकता है. मास्टर शेफ किचन में टैलेंट इस बार भर-भर के आया है. मुझे लगता है कि हर चैलेंज एक टी-20 की तरह होता है. आपने सारी जिंदगी मेहनत की लेकिन आप उस दिन कहीं फिसल गए. यही मास्टरशेफ की सबसे जरूरी चीज है कि सिर्फ खाना बनाना ही जरूरी नहीं, टेंपरामेंट कंट्रोल करना भी जरूरी है. घबराना नहीं है.
सवाल: एक शेफ नहीं, बल्कि एक जज के तौर पर मास्टर शेफ सीजन 7 में एक्सपीरिएंस कैसा है? यह बाकी सीजन से कैसे अलग है?
रणवीर बरार: एक जज के तौर पर मेरा एक्सपीरिएंस काफी अच्छा रहा. लॉकडाउन में सभी लोगों ने खूब कुकिंग की है, जो शो में दिखाई भी देता है. इसीलिए इस बार सभी कुक काफी मंझे हुए हैं. सभी लोगों का खाने के साथ काफी अच्छा कनेक्शन है. इसी वजह से खाने का स्तर बहुत ज्यादा अच्छा है.
सवाल: आपने 'मॉर्डन लव' वेब सीरीज के जरिए स्क्रीन पर डेब्यू किया है. अब आगे अपने एक्टिंग करियर को लेकर आपने क्या सोचा है?
रणवीर बरार: देखिए, ना कभी नहीं बोलना चाहिए जिंदगी में. जिस चीज को ना बोलो, जिंदगी वही चीज करवाती है. कुछ और आने वाला है अभी. फिलहाल डिस्क्लोज नहीं करूंगा लेकिन उम्मीद करता हूं कि आप जल्द ही मुझे और देखेंगे.
सवाल: लॉकडाउन में हर किसी ने काफी ज्यादा कुकिंग की है, कई नए लोग शेफ के तौर पर अपना करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए आप क्या टिप्स देना चाहेंगे?
रणवीर बरार: अगर आप शेफ बनना चाहते हैं तो खाने से प्यार जारी रखें. मेहनत बहुत करनी पड़ेगी, जितना ज्यादा कॉम्पीटिशन होगा, मेहनत उतनी ज्यादा करनी पड़ेगी. ऐसे लोगों की बातों पर बिल्कुल ध्यान न दें जो कहें कि आप खाना बहुत बेकार बनाते हैं. खाना हमारा एक्सप्रेशन है इसीलिए अपने ऊपर यकीन रखें.