कोरोना वायरस की वैक्सीन इस साल के अंत तक बनने का दावा किया जा रहा है. रशिया, चीन और अमेरिका के तमाम एक्सपर्ट्स को ऐसी उम्मीद है कि इस साल दिसंबर तक कोविड-19 की वैक्सीन तैयार कर ली जाएगा. हालांकि ब्रिटेन के एक चीफ मेडिकल ऑफिसर ने इसे लेकर जो बयान दिया है, उससे वैक्सीन के इंतजार में बैठे लोग जरूर मायूस होगे.
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ब्रिटेन के प्रोफेसर क्रिस विटी ने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा कि साल 2021 में सर्दियों से पहले किसी भी वैक्सीन का बनना असंभव है. उन्होंने कहा कि लोगों को यह मान लेना चाहिए कि इस साल के अंत तक किसी वैक्सीन का निर्माण नहीं होने वाला है. उन्हें ये डर भी है कि गलतफहमी पालने से लोग ज्यादा लापरवाह हो जाएंगे.
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प्रोफेसर विटी का कहना है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन साल 2020-21 की सर्दियों तक तैयार हो सकती है. उन्होंने कहा, 'मुझे खुशी होगी अगर कोई वैक्सीन संभावित समय से पहले तैयार हो जाती है. लेकिन समय से पहले एक सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन के बनने से मुझे आश्चार्य भी होगा.'
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उन्होंने कहा, 'मेरा अनुमान गलत भी हो सकता है. दुनियाभर में बहुत से वैज्ञानिक वैक्सीन बनाने के कार्य में जुटे हुए हैं, ताकि जल्द से जल्द जानलेवा वायरस का इलाज खोजा जा सके. हमें इसकी जांच करनी चाहिए और ये सुनिश्चित करना चाहिए कि वैक्सीन सुरक्षित है या नहीं. इस प्रोसेस को पूरा होने में समय लगता है.'
ऐसे में ज्यादा संभावनाएं यही हैं कि कोरोना वायरस की आदर्श वैक्सीन बनने में तकरीबन एक साल का वक्त और लगेगा. इस समयसीमा को हमें अपने जेहन में अच्छी तरह उतार लेना चाहिए. यह निश्चित तौर पर मानकर बैठ जाना कि हमें जल्द ही एक वैक्सीन मिलने वाली है, महज मूर्खता है.
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प्रोफेसर विटी कहते हैं कि उन्हें साइंस पर पूरा भरोसा है कि एक दिन वो हमें इस महामारी के जाल से जरूर निकालेगी. लेकिन उन्हें लगता कि अगले कुछ सप्ताह या महीनों के भीतर कोई चमत्कार नहीं होने वाला है.
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के अब तक तकरीबन सवा तीन लाख केस दर्ज किए जा चुके हैं. इनमें से अब तक 41 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. ब्रिटेन में कोरोना वायरस की रफ्तार पहले के मुताबिक बेशक कम हो गई है, लेकिन यहां डेथ रेट काफी ज्यादा है.
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