नाखून हमारे शरीर के महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है. स्वस्थ नाखून होना अच्छी सेहत की निशानी है. आयुर्वेद के अनुसार नाखून देखकर सेहत कितनी अच्छी है इसका पता लगाया जा सकता है. पुराने समय में हकीम आदि नाखून देखकर ही बीमारी का पता लगा लेते थे. इसलिए जिस तरह से शरीर को पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है ठीक उसी प्रकार नाखूनों को भी पर्याप्त पोषण की जरूरत होती है. नाखूनों से लिवर, हार्ट और फेफड़ें आदि की बीमारी का पता लगाया जा सकता है. तो आइए जानते हैं किस तरह के नाखून कैसी बीमारी की ओर संकेत कर सकते हैं.
बहुत हल्के नाखून कभी-कभी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकते हैं. इनसे एनीमिया, दिल से जुड़ी बीमारियां, लिवर संबंधित समस्या और कुपोषण आदि समस्याएं हो सकती हैं.
अगर आपके नाखूनों का रंग ज्यादातर सफेद है तो यह लिवर संबंधित समस्या हो सकती है. ऐसे नाखून हेपेटाइटिस जैसी बीमारी की ओर संकेत करते हैं.
पीले नाखूनों का सबसे सामान्य कारण फंगल इंफेक्शन हो सकता है. जैसे-जैसे संक्रमण ज्यादा होता जाता है वैसे नाखून की परत मोटी होकर टूट जाती है. कुछ मामलों में पीले नाखून थायराइड रोग, फेफड़े की बीमारी, डायबिटीज या सोरायसिस जैसी गंभीर समस्याओं का कारण हो सकते हैं.
नीले रंग के नाखून होने का मतलब है शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. यह फेफड़ों से संबंधित बीमारी एम्फिसीमा (ऐसी बीमारी जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है) की ओर संकेत हो सकता है. साथ ही नीले रंग के नाखून, दिल से जुड़ी समस्याओं का कारण हो सकते हैं.
यदि नाखून के चारों ओर की त्वचा लाल और फूली हुई दिखाई देती है, तो इसे नाखून की सूजन के रूप में जाना जाता है. यह ल्यूपस या एक अन्य कनेक्टिव टिशू डिसऑर्डर का परिणाम हो सकता है.
रूखे और टूटे हुए नाखून खराब पोषण की निशानी होते हैं. नाखूनों का रूखा होना या टूटना थायरॉयड की समस्या की ओर संकेत कर सकता है.
नाखूनों की नीचे की रेखा अगर काली पड़ रही है तो कैंसर जैसी घातक बीमारी की ओर संकेत हो सकता है. ऐसा कभी-कभी त्वचा के कैंसर के सबसे खतरनाक प्रकार मेलेनोमा के कारण भी होते हैं. ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.
अक्सर लोगों को नाखून चबाते या कुतरते देखा जाता है. कुछ लोगों के लिए यह आम बात है पर क्या आप जानते हैं कभी-कभी नाखून को कुतरते रहना ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (एक ही चीज को बार-बार करना) की ओर संकेत हो सकता है.
हालांकि, नाखूनों में परिवर्तन कई स्थितियों के साथ होते हैं. ये परिवर्तन किसी बीमारी के लिए शायद ही कभी पहला संकेत होते हैं. सभी सफेद नाखून वाले हेपेटाइटिस के शिकार नहीं होते हैं पर फिर भी आप नाखूनों की स्थिति को लेकर चिंतित हैं तो डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं.