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एक नई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि 'गर्भनिरोधक' गोलियों के सेवन से कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है.
आप भी जानिए क्या है परिणाम...
UK की एबरडीन यूनिवर्सिटी ने कहा है कि गर्भनिरोधक गोलियों के नियमित सेवन से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है. 40 साल से भी अधिक समय तक चले इस रिसर्च में वैज्ञानिकों ने ये जानने का प्रयास किया कि गर्भनिरोधक गोलियों का स्त्री के शरीर पर क्या असर होता है.
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अब रिसर्च में परिणाम निकला है कि इस तरह की गोलियों के सेवन से ओवेरियन कैंसर का खतरा कम होता है. गर्भाश्य से जुड़े सभी प्रकार के कैंसर के खतरे को इसमें शामिल किया गया है. यही नहीं, रिसर्चर्स ने पाया कि इन गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले भी काफी कम देखे गए थे. रिसर्चर्स ने ये भी कहा कि कैंसर की नजर से देखा जाए तो ये पिल्स काफी सुरक्षित हैं.
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कैसे कैंसर से बचाती है ये पिल
शोधकर्ताओं ने कहा है औरतों में कैंसर होने की प्रमुख वजह उनके हार्मोन होते हैं. चूंकि इस पिल में 'ऑस्ट्रोजन हार्मोन' का छोटा डोज होता है, और ये 'ब्रेस्ट' और 'सर्वाइकल कैंसर' से संबंधित है, इसलिए कुछ शोधों में ये बात कही गई थी कि इनके सेवन से कैंसर होने का खतरा हो सकता है. पर चूंकि इन पिल्स में 'प्रोजेटेरोन' नामक हार्मोन भी होता है, जिसे गर्भाश्य कैंसरों से बचाव के लिए जाना जाता है. इसलिए लंबे समय तक इन पिल्स के सेवन से कैंसर का खतरा कम होता है.
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हालांकि शोधकर्ताओं ने अंत में ये भी कहा है कि कोई भी दवा बिना साइड इफेक्ट के नहीं होती है, इसलिए लंबे समय तक किसी भी दवा का सेवन जोखिम भरा तो होता ही है.