
बालों का झड़ना, पतला या कमजोर होना एक आम समस्या है. बालों की इन समस्याओं के कई कारण हो सकते हैं. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में डर्मेटोलॉजी विभाग के शोधकर्ता होस्किंग और जुहास ने बाल झड़ने के चार कारण बताए हैं और वो हैं आनुवांशिकी, हार्मोन, पर्यावरण और दवाएं. इन शोधकर्ताओं का कहना है कि बालों के रोम कूप (Hair Follicle) को मजबूत के लिए विटामिन और मिनरल्स बहुत जरूरी हैं.
इन शोधकर्ताओं का कहना है कि बालों के विकास में प्रोजेनिडिन की अहम भूमिका है. प्रोजेनिडिन नाम का ये पदार्थ सेब, अंगूर और दालचीनी में पाया जाता है. बालों के झड़ने से परेशान 43 लोगों पर की गई एक अन्य स्टडी के अनुसार, प्रोजेनिडिन लेने के छह महीनों के बाद इनके बालों में वृद्धि देखी गई. जापान के त्सुकुबा रिसर्च लैब के शोधकर्ताओं ने भी इस रिसर्च की है.
लैब में बालों की कोशिकाओं में PKC (protein kinase C) आइसोजाइम पर प्रोजेनिडिन के प्रभाव की भी जांच की गई. लैब में चूहों पर किए गए प्रयोग में शोधकर्ताओं ने पाया कि PKC आइसोजाइम बालों के विकास चक्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इसका मतलब यह है कि बालों के अच्छे विकास के लिए सेब, अंगूर और दालचीनी में पाए जाने वाले प्रोजेनिडिन को डाइट में शामिल करना आपके लिए अच्छा रहेगा.
एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीफंगल जैसी क्षमताओं वाला प्रोजेनिडिन बालों के विकास में बहुत सहायक होता है. बालों का विकास तीन चक्रों में होता है- एनाजेन, केटाजन और टेलोजेन स्टेज.
एनाजेन का चरण औसतन तीन से पांच साल तक रहता है. इस दौरान बाल महीने में आधा इंच बढ़ते हैं. एनाजेन चरण के अंत में, बाल अल्पकालिक केटाजन चरण में प्रवेश करते हैं, जो आमतौर पर 10 दिनों तक रहता है. इसके बाद टेलोजन आता है. इस चरण में बाल झड़ना शुरू होते हैं, इन्हें बालों के लिए आराम करने वाला चरण भी कहा जाता है. Hair Follicle अलग-अलग समय में अलग-अलग विकास चक्र से गुजरते हैं. यही कारण है कि लोगों के सारे बाल एक साथ नहीं गिरते हैं.