
साल के आखिरी दिनों के साथ-साथ परिवार और दोस्तों के साथ त्योहारों का जश्न व पार्टियां का वक्त भी नजदीक आ रहा है, लेकिन इस दौरान स्वादिष्ट भोजन का बुरा असर आपकी सेहत पर भी पड़ सकता है, क्योंकि इन व्यंजनों में फैट, चीनी और काबोर्हाइड्रेट भरपूर मात्रा में होते हैं. ऐसे में खुद को सुरक्षित रखने के लिए चिकित्सक ने कुछ सुझाव दिए हैं. अपोलो हॉस्पिटल की चीफ क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. प्रियंका रोहतगी का कहना है कि पार्टियों में ज्यादा ग्लासेमिक इन्डैक्स से युक्त इस तरह के आहार का सेवन करने से ब्लड शुगर अचानक बढ़ता है. इससे शरीर में इंसुलिन का स्तर अधिक हो जाता है और आपको नींद आने लगती है. ऐसे में डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए यह स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है.
फेस्टिव सीजन में ऐसे रखें सेहत का ध्यान-
- मूफा से युक्त तेल इस्तेमाल करें: जहां तक हो सके तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन न करें, अगर आप तले हुए व्यंजन खाना ही चाहते हैं तो मूफा से युक्त तेल में पकाएं. मूफा यानि मोनो सैचुरेटेड फैटी एसिड. ये दिल के लिए फायदेमंद हैं. मूंगफली का तेल, सरसों का तेल, कनोला का तेल इसके अच्छे उदाहरण हैं, जो उच्च रक्त चाप को कम करने में मदद करते हैं और आपको दिल की बीमारियों से बचाते हैं. ये बेड कोलेस्ट्रॉल यानि एलटीएल को कम कर आर्टरीज में होने वाले ब्लॉक की संभावना को भी कम करते हैं.
- हरी सब्जियों का सेवन भरपूर मात्रा में करें: इस दौरान आप वसा से युक्त व्यंजनों के साथ हरी सब्जियों का भरपूर सेवन कर अपना संतुलन बनाए रखते हैं. सब्जियों के साथ सलाद भी खाएं. सब्जियों में फाइबर ज्यादा मात्रा में होता है, इसलिए आप अपना पेट भरा हुआ महसूस करते हैं और ओवरइटिंग से बच जाते हैं. इसी तरह अगर आप रोजाना काजू, बादाम और अखरोट आदि खाएं तो आपको सेहतमंद फैट्स और अच्छा पोषण मिलेगा.
- कम मात्रा में खाएं: इन दिनों डाइनिंग टेबल स्वादिष्ट व्यंजनों से भरा रहता है, लेकिन ओवर-इटिंग करने के बजाए सभी चीजें थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाएं.
- चीनी और नमक का सेवन कम करें: त्योहारों के दौरान चीनी और नमक का सेवन कम कर दें. आहार में नमक का सेवन कम करने से हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारियों की संभावना कम होती है. इसी तरह चीनी का सेवन सीमित मात्रा में करने से भी आप अपने आप को दिल की बीमारियों से बचा सकते हैं. चीनी के बजाए गुड़ का इस्तेमाल करें.
- अच्छा मीट खाएं: मीट में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है. लेकिन चिकन और फिश की तुलना में रेड मीट में सैचुरेटेड फैट्स अधिक मात्रा में होते हैं, जिससे दिल की बीमारियों की संभावना बढ़ती है. वहीं दूसरी ओर ओमेगा 3-फैटी एसिड से युक्त खाद्य पदार्थ हार्ट फेलियर की संभावना को कम करते हैं.
(Input Source- IANS)