
हमारा शरीर बीमारी से लड़ने और चोटों को ठीक करने के लिए इनफ्लेमेशन का उपयोग करता है, लेकिन क्रॉनिक या लॉन्ग टर्म इनफ्लेमेशन हमारे लिए घातक साबित हो सकती है. इससे डीएनए डैमेज होते हैं और कैंसर का खतरा बढ़ता है. ये इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाती है जिससे डायबिटीज का खतरा पैदा होता है. साथ ही साथ दिल की बीमारियां भी इंसान को घेर सकती हैं. डॉक्टर्स कहते हैं कि शरीर में इनफ्लेमेशन का बढ़ना हमारी डाइट पर निर्भर करता है. इसलिए इनफ्लेमेशन से बचने के लिए कुछ चीजों से परहेज करना बहुत जरूरी है.
1. शुगर फूड
शुगर या रिफाइनरी फूड दो तरह से इनफ्लेमेशन को बढ़ाने का काम करते हैं. शुगर आपके लीवर में फैटी एसिड के प्रोडक्शन को बढ़ाती है. स्वीट पोटैटे डिलाइट की सीईओ और न्यूट्रिशनिस्ट वेलोन्डा एंडरसन के मुताबिक, शरीर जब इन फैटी एसिड्स को डाइजेस्ट करता है तो इससे पैदा होने वाले कम्पाउंड इन्फ्लेमेशन को ट्रिगर करते हैं.
दूसरा, मीठा खाने से हमारा शरीर ज्यादा इंसुलिन हार्मोन का उत्पादन करता है जिसके चलते बॉडी फैट बढ़ता है. यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशनिंगटन मेडिकल सेंटर्स की क्लीनिकल डाइटिशयन डाइनी जावेली कहती हैं कि यह एक समस्या है, क्योंकि फैट सेल्स इनफ्लेमेशन को बढ़ाने वाले केमिकल्स को प्रोड्यूस करते हैं.
2. रेड मीट या प्रोसेस्ड मीट
एंडरसन कहती हैं कि प्रोसेस्ड मीट वो मांस होता है जिसे बनाने के लिए सॉल्टिंग, स्मोकिंग और कई तरह के कैमिकल्स का प्रयोग किया जाता है. बेकॉन, डेली मीट्स, हॉट डॉग, बीफ जर्की और चिकेन नगेट्स प्रोसेस्ड मीट के कुछ स्पष्ट उदाहरण है. प्रोसेस्ड और रेड मीट दोनों में हाई सैचुरेटेड फैट पाया जाता है. इससे ना सिर्फ आपका वजन बढ़ेगा, बल्कि इनफ्लेमेशन की समस्या भी पैदा होगी.
3. कुकिंग ऑयल
कुछ कुकिंग ऑयल में ओमेगा-6 फैटी एसिड नाम का तत्व पाया जाता है. ओमेगा-6 फैट शरीर के लिए हानिकारक नही हैं. शरीर एनेर्जी बनाने और सामान्य विकास के लिए इसका इस्तेमाल करता है. लेकिन शरीर में ओमेगा-3 फैट के साथ इसका बैलेंस होना जरूरी है. साल्मन फिश और फ्लैकसीड इसके अच्छे स्रोत होते हैं.
ओमेगा-6 का बहुत ज्यादा सेवन करने से भी इनफ्लेमेशन की दिक्कत बढ़ सकती है. अगर आप इससे बचना चाहते हैं तो इसके लिए मक्का, कैनोला, सनफ्लावर, सैफ्लोवर और मूंगफली के तेल का अत्यधिक सेवन बंद कर देना चाहिए.
4. फ्राइड फूड
चिकन नगेट, डोनट, फ्रेंच फ्राइज जैसे फ्राइड फूड इन्फ्लेमेशन को बढ़ाने का काम करते हैं. तले हुए खाद्य पदार्थों में ओमेगा-6 फैटी एसिड का लेवल ज्यादा होता है. इनमें ट्रांस फैट भी हो सकता है. फ्राइड फूड शरीर में AGEs नाम के कम्पाउंड के प्रोडक्शन को बढ़ाते हैं जिससे शरीर इनफ्लेमेशन की दिक्कत बढ़ने लगती है.