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6 पैक एब्स वाला सिपाही, 4 घंटे वर्कआउट-वेजिटेरियन खाना! इस डाइट से बनाई धांसू बॉडी

राजस्थान के जयपुर के रहने वाले कॉन्स्टेबल और इंटरनेशनल वुशू प्लेयर रोहित जांगिड़ (Indian wushu player Rohit Jangid) बचपन में काफी दुबले हुआ करते थे. उन्होंने कैसे अपना वजन बढ़ाया, कैसी डाइट ली और कैसे इंटरनेशन लेवल पर मेडल जीते? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.

इंटरनेशनल वुशू प्लेयर और कांस्टेबल रोहित जांगिड़ (Rohit Jangid) इंटरनेशनल वुशू प्लेयर और कांस्टेबल रोहित जांगिड़ (Rohit Jangid)
मृदुल राजपूत
  • नई दिल्ली,
  • 10 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:00 PM IST

देश में कई ऐसे पुलिसकर्मी हैं जिनकी फिटनेस देखकर कोई भी उनसे इम्प्रेस हो सकता है. ऐसे पुलिसवाले आम लोगों के लिए इंस्पिरेशन बनते हैं और कई लोगों को फिट रहने के लिए मोटिवेट भी करते हैं. ऐसे ही एक पुलिसकर्मी का नाम है, रोहित जांगिड़ (Rohit Jangid). 

रोहित जयपुर के रहने वाले हैं और राजस्थान पुलिस में कॉन्स्टेबल हैं. रोहित इंटरनेशनल वुशू प्लेयर (चाइनीज मार्शल आर्ट) प्लेयर हैं और कई इंटरनेशन-नेशनल मेडल भी जीत चुके हैं. 6 पैक एब्स वाले पुलिस कॉन्स्टेबल रोहित जांगिड़ ने Aajtak.in से बात करते हुए अपनी फिटनेस जर्नी, डाइट रूटीन और वर्कआउट प्लान बताया. तो आइए जानते हैं कि कैसे एक दुबला-पतला लड़का वुशू प्लेयर बना और 6 पैक एब्स बनाए. 

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बचपन में लोग मारते थे ताना

Aajtak.in से बात करते हुए रोहित बताते हैं, “मैं बचपन स्कूल में काफी पतला था. मेरा वजन 9th क्लास में भी लगभग 35 किलो था. इस कारण क्लास में सभी मेरा मजाक उड़ाते थे. कुछ सालों बाद मैं अपने सीनियर से मिला जो काफी फिट थे. वह मेरे घर के पास रहते थे इसलिए मैंने उनके साथ स्टेडियम जाना शुरू किया और वहां वो मुझे एक्सरसाइज कराने लगे. मेरे जहन में वह बात अंदर तक घर कर चुकी थी कि मेरे दुबले होने की वजह से मेरा मजाक बनता था.

रोहित ने आगे बताया, "मैंने डिफेंस के लिए वुशू सीखने का मन बनाया और फिर सीनियर को बताया. उन्होंने मुझे सपोर्ट किया और मेरा वजन बढ़ाने के लिए मेरी डाइट तैयार की. मैं शुरुआत में जो भी खाता था, मेरा वजन नहीं बढ़ता था. इसके बाद मेरे सीनियर ने मुझे वजन बढ़ाने के लिए डाइट के साथ व्हे प्रोटीन, मल्टीविटामिन जैसे सप्लीमेंट एड करने की सलाह दी. उसके बाद मेरा वजन बढ़ा और मेरा वजन 45 किलो हो गया. उस समय मेरी उम्र 16 साल थी. मेरा भोपाल में वेस्ट जोन वुशू कॉम्पिटिशन के लिए सिलेक्शन हुआ और उसमें मुझे उसमें ब्रॉन्ज मेडल मिला. फिर धीरे-धीरे मेरा गेम इम्प्रूव हुआ और मैंने कई मेडल अपने नाम किए.”

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रोहित ने आगे बताया, “मैं चार बार इंटरनेशन कॉम्पिटिशन में भारत के लिए  मेडल जीत चुका हूं, जिसमें 12th वुशू इंटरनेशनल चैंपियनशिप (हांगकांग), 9th इंटरनेशनल वुशू  कप (नेपाल) और जार्जिया की इंटरनेशनल चैंपियनशिप शामिल है. इतने मेडल जीतने के बाद मुझे राजस्थान सीएम अशोक गहलोत से बेस्ट प्लेयर स्टेट अवॉर्ड, वीर तेजा पुरस्कार, राइजिंग स्टार अवॉर्ड भी मिल चुका है. कई बार मेरे हाथ-पैर-नाक टूटी लेकिन मैं नहीं रुका और अपने गेम पर ध्यान देता गया. नेशनल मेडल मिलने के बाद मुझे 2018 में राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी मिली.”

वेजिटेरियन डाइट लेते हैं रोहित

रोहित ने बताया, "मेरा वजन 75-78 किलो के बीच रहता है. कॉम्पिटिशन के टाइम पर कार्बोहाइड्रेट का सेवन काफी कम कर देता हूं. मैं वेजिटेरियन हूं तो प्रोटीन इंटेक बढ़ाने के लिए व्हे प्रोटीन पाउडर लेता हूं. दिन में तीन बार दो-दो चम्मच व्हे प्रोटीन लेता हूं. इसके अलावा छाछ लेता हूं जिससे बॉडी हाइड्रेट भी रहती है और प्रोटीन की कमी भी पूरी हो जाती है. फाइबर के लिए हरी सब्जियां लेता हूं. इसके अलावा घर का बना खाना डाइट में शामिल होता है."

ऐसा होता है वर्कआउट

रोहित ने बताते हैं, "अभी मैं दिन में 2 बार 2-2 घंटे वर्कआउट करता हूं. 2 घंटे सुबह अपने गेम की प्रैक्टिस करता हूं और शाम को 2 घंटे जिम में वेट ट्रेनिंग करता हूं. मैं वुशू प्लेयर हूं तो अधिकतर समय थाई और शोल्डर की एक्सरसाइज करता हूं क्योंकि इससे हमारा गेम इम्प्रूव होता है.”

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