
त्योहारों का मौसम शुरु हो गया है. यह पूरा सप्ताह त्योहारों से भरा रहेगा. धनतेरस के बाद 3 नवंबर को छोटी दिवाली, 4 नवंबर को बड़ी दिवाली, 5 नवंबर को गोवर्धन पूजा और 6 नवंबर को भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा. क्या आप जानते हैं इन सभी त्योहारों पर कुछ खास चीजें खाना बहुत शुभ माना जाता है. ऐसा कहते हैं कि इन्हें खाने से गुडलक आता है.
धनतेरस पर क्या खाएं?
धनतेरस पर उत्तर भारत में छोटी कन्याओं क दही बताशे खिलाए जाते हैं. बताशे को गोलगप्पे भी कहते हैं, लेकिन इनमें पानी की जगह दही का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा धनतेरस पर नैवेद्य, लाप्सी, गुड़ की खीर और पंचामृत खाना भी शुभ माना जाता है,
छोटी दिवाली पर क्या खाएं?
हिंदू धर्म में मान्यताएं हैं कि कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्दशी को पवनपुत्र हनुमान का जन्म हुआ था. बजरंगबली को बूंदी का प्रसाद बहुत प्रिय होता है, इसलिए इस दिन बूंदी के लड्डू खाना बहुत शुभ मान जाता है. भगवान को बूंदी के लड्डू का भोग लगाकर आप प्रसाद के रूप में इसका वितरण भी कर सकते हैं.
दिवाली पर क्या खाएं?
शुभ दीपावली पर मां लक्ष्मी को मखाने से बनी खीर का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में उसका सेवन बहुत शुभ माना जाता है. इसके अलावा, उत्तर भारत में कई जगहों पर दिवाली की रात सूरन यानी जिमीकंद की सब्जी खाने का भी चलन है. दिवाली के त्योहार और सूरन की सब्जी को इंसान की उन्नति और खुशहाली से जोड़ा जाता है.
गोवर्धन पूजा पर क्या खाएं?
दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है. इस दिन मालपुआ खाने की परंपरा होती है. गोवर्धन पूजा पर घर में कई स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं, लेकिन मालपुआ इनमें सबसे विशेष होता है. गोवर्धन पूजा पर मालपुआ खाना बेहद शुभ समझा जाता है.
भाई दूज पर क्या खाएं?
भाई दूज के त्योहार के साथ साल के सबसे बड़े फेस्टिव सीजन का समापन हो जाता है. भाई दूज के त्योहार पर चावल खाना बहुत शुभ होता है. चावल खिलाने के पीछे यमराज और यमुना की एक पौराणिक कथा भी है. इस त्योहर पर रोली और चावल का तिलक करने से भाई का भाग्योदय भी होता है.