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'Thanks man'... Gen-Z एंप्लॉयी की कूल लैंग्वेज बॉस को नहीं आ रही रास, नौकरी पर भी संकट

नई पीढ़ी को वर्कप्लेस पर उनके कपड़ों और बातचीत के लहजे को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कई कंपनियां इसी कारण जेन जी को काम पर रखने से हिचकिचा रही हैं या फिर काम पर रखने के बाद निकाल भी दे रही हैं. इस पर कई शोेध भी हो रहे हैं जिसमें कहा जा रहा है कि नई पीढ़ी वर्कप्लेस में बातचीत करने के तरीके में बदलाव का कारण बन रही है.

जेन जी को वर्तमान वर्क कल्चर अपनाने में दिक्कतें आ रही हैं (Photo- Meta AI) जेन जी को वर्तमान वर्क कल्चर अपनाने में दिक्कतें आ रही हैं (Photo- Meta AI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 7:10 PM IST

एन्ना को 2022 में यूनिवर्सिटी से सीधे लंदन स्थित एक प्रमुख हेज फंड में आर्ट डिपार्टमेंट में नौकरी मिल गई. तब वो अपनी टीम की सबसे छोटी मेंबर थीं, बाकी लोगों से 10 साल से भी ज्यादा छोटी. एन्ना ने ग्रेजुएशन में टॉप किया था और वो उम्र के अंतर से बेपरवाह अपने सहकर्मियों से सीखने को लेकर उत्सुक थीं. उनके सहकर्मियों ने भी उन्हें काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी लेकिन ऑफिस में उन्हें एक दिक्कत आई. एन्ना याद करती हैं कि उनके बॉस ने उनसे कहा कि उनकी भाषा अनौपचारिक है और उसी अनौपचारिक तरीके ने उसकी विश्वसनीयता को कम कर दिया है.

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एन्ना ने अपने बॉस की इस बात को नजरअंदाज कर दिया. एन्ना जो अपने मिड ट्वेंटीज (25-26 साल की उम्र) में हैं, बीबीसी से बात करते हुए कहती हैं, 'मेरे क्लाइंट्स के साथ अच्छे संबंध थे - मुझे लगता है कि फ्रेंडली होना, सख्त होने से ज्यादा बेहतर है. मैं अच्छा परफॉर्म कर रही थी और मुझे लगा कि यही काफी होगा.'

हालांकि, नौकरी के चार महीने बाद ही एन्ना को नौकरी से निकाल दिया गया. उनके मैनेजर ने नौकरी से निकालते हुए कहा कि उनमें 'प्रोफेशनलिज्म की कमी' है और वो बार-बार 'लाइक' और 'टोटली' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करती थीं. 

'बुद्धिमान कर्मचारी की तरह नहीं दिखती हो'

एन्ना के सुपरवाइजर ने कहा कि उनका हेज फर्म काफी नामी है और वो एक 'बुद्धिमान' एंप्लॉयी की तरह नहीं दिखती हैं, उनका रवैया फर्म की इमेज के हिसाब से ठीक नहीं है.

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ऐसा कारण देकर नौकरी से निकाले जाने पर एन्ना बहुत दुखी थी. वो बताती हैं, 'किसी ने मुझे पहले से नहीं बताया कि क्या बोलना है और क्या नहीं. और मेरी उम्र के सभी लोग इसी तरह बात करते हैं. मुझे कैसे पता चलता कि क्या बोलना है, क्या नहीं?'

इसी तरह एक अन्य एंप्लॉयी ने बताया कि उसने अपने बॉस को 'थैंक्स मैन' कहा था जिसके बाद उसे उसके बॉस ने टोका था और कहा कि वह इतनी अनौपचारिक भाषा का इस्तेमाल करना बंद कर दे.

एक्सपर्ट्स का कहना है कि पुरानी पीढ़ी के लोग अक्सर युवा पीढ़ी या यूं कहें कि जेन जी को नीची नजर से देखते हैं, यह तर्क देते हैं कि वो कम गंभीर हैं या कम तैयार हैं- खास तौर पर काम के मामले में.

लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि जेन जी का वर्क लैंग्वेज यह दिखाता है कि पिछले कुछ सालों में जीवन में काम में बदलाव आया है और यही भविष्य का अग्रदूत है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि वर्कप्लेस पर काम के पुराने तरीके नई पीढ़ी के कर्मचारियों को पसंद नहीं रहे हैं. कोविड महामारी के बाद रिमोट वर्क का चलन बढ़ा है और इसकी वजह से पर्सनल और प्रोफेनल लाइफ के बीच की रेखा धुंधली हुई है. इससे भी वर्कप्लेस पर औपचारिक वर्क कल्चर में कमी आई है.

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काम और पर्सनल आइडेंटिटी एक चाहते हैं जेन जी

जॉन्स हॉपकिन्स कैरी बिजनेस स्कूल, यूएस में एसोसिएट प्रोफेसर और एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट के स्कॉलर क्रिस्टोफर जी मायर्स कहते हैं, 'नई तकनीक और बदलते सामाजिक मूल्यों के बीच, युवा लोग चाहते हैं कि उनका काम और पर्सनल आइडेंटिटी एक जैसी हो. वे ऐसा व्यक्तित्व नहीं रखना चाहते जो नकली हो. वे स्वाभाविक रहना चाहते हैं, वो चाहते हैं कि वो वही रहें जो वो हैं, कोई दिखावा नहीं चाहते.'

बोस्टन यूनिवर्सिटी के क्वेस्ट्रोम स्कूल ऑफ बिजनेस, यूएस में कन्यूनिकेशन प्रोग्राम की डायरेक्टर मिशेल एहरनेरिच कहती हैं कि जेन जी के लोगों को तय मानकों को पालन करने की बाध्यता उनके अभिव्यक्ति के मूल्यों के उलट लगती है. आने वाली पीढ़ी को बताया गया है कि बी योरसेल्फ, तुम तुम ही हो, और तुम अद्भुत हो!' लेकिन जब वे अधिक कॉर्पोरेट वातावरण में काम करना शुरू करते हैं, तो दिक्कत शुरू हो जाती है.'

जेन जी पर स्टडी क्या कहती है

कुछ समय पहले हुए एक शोध में जेन जी पिछले कुछ समय से वर्कप्लेस में दिक्कतें पैदा कर रही है, अधिक लचीले वर्क कल्चर की  और अधिक वेतन की मांग कर रही है, कैजुअल कपड़े पहन रही है और वो अब हमारे बोलने के तरीके को भी बदल रही है.

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ब्रिटिश मल्टीनेशनल यूनिवर्सनल बैंक की तरफ से संचालित Barclays LifeSkills की एक स्टडी में वर्कप्लेस पर बदलती भाषा को लेकर एंप्लॉइज की प्रतिक्रिया पर बात की गई थी. शोध में 18 साल से ज्यादा उम्र के 2,000 से ज्यादा कर्मचारियों लोगों ने हिस्सा लिया.

सर्वेक्षण में शामिल 70% कर्मचारियों ने कहा कि उन्होंने पिछले पांच वर्षों में वर्कप्लेस पर लोगों के बोलने के तरीके में बदलाव देखा है, 71% का मानना है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि जेन जी वर्कप्लेस पर भाषा की औपचारिकता बदल रही है. लगभग 73% ने कहा कि जेन जी की वजह से वर्कप्लेस पर उनके बातचीत का ढंग भी कैजुअल हो गया है.

और यह कैजुअल बातचीत का चलन लोगों के ईमेल में देखने को मिल रहा है. स्टडी के मुताबिक, ईमेल के अंत में लिखे जाने वाले शब्द 'Yours Truely' और 'Yours Sincerely' फैशन से बाहर हो रहे हैं और बहुत संभावना है कि अगले दशक तक ये प्रचलन में ही न रहें.

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