
गठिया एक कॉमन टाइप का अर्थराइटिस होता है जो ज्वॉइंट्स और पैर के अंगूठे को प्रभावित करता है. गठिया के दर्द के कई बार लक्षण नजर नहीं आते लेकिन बहुत से लोगों में इसके कुछ लक्षण दिखाई देते हैं. गठिया की समस्या होने पर व्यक्ति को घुटनों में दर्द, सूजन, रेडनेस और घुटनों को मोड़ने में काफी ज्यादा दर्द होता है जो एक या 2 हफ्तों तक रह सकता है. ऐसी कई चीजें हैं जिनसे गठिया का दर्द बढ़ सकता हैं. तो आइए जानते हैं गठिया की समस्या होने पर आपको किन चीजों के सेवन से बचना चाहिए, वरना आपकी यह समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाएगी.
गठिया के दर्द को बढ़ाती हैं ये चीजें
शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होने के कारण गठिया की समस्या होती है. यूरिक एसिड तब बनता है जब शरीर प्यूरीन को तोड़ता है, यह शरीर में और कुछ खाद्य पदार्थों में नेचुरल रूप से पाया जाने वाला एक केमिकल होता है. शरीर में यूरिक एसिड टूटकर यूरिन के रास्ते बाहर निकल जाता है. जब यह शरीर से सही तरह से बाहर नहीं निकल पाता को अतिरिक्त यूरिक एसिड ज्वॉइंट्स में सुई के आकार के क्रिस्टल में बदल जाता है. जिससे गठिया की समस्या होने लगती है.
ऐसी बहुत से चीजें हैं जो गठिया के दर्द को और भी ज्यादा बढ़ा सकती है. हालांकि गठिया के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है ऐसे में जानना जरूरी है कि किन चीजों से गठिया के दर्द की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
मीट और सीफूड
हाई प्यूरीन युक्त चीजें शरीर में यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ाती हैं जिससे गठिया का दर्द बढ़ने का खतरा काफी ज्यादा होता है. हाई प्यूरीन युक्त फूड्स में ये हैं शामिल-
रेड मीट, जैसे बीफ, लैंब और पोर्क
ऑर्गन मीनट जैसे लीवर और किडनी
कुछ सीफूड्स जैसे टूना, ट्राउट, सार्जिन और ऐन्चोवी.
हालांकि, सभी प्यूरीन युक्त चीजें आपके यूरिक एसिड के लेवल या गठिया के खतरे को नहीं बढ़ाती हैं. मटर, बीन्स, दाल, ऐस्परैगस, पालक, और मशरूम जैसी सब्जियां प्यूरीन से भरपूर होती हैं, लेकिन जब इन्हें कम मात्रा में खाया जाता है तो गठिया की समस्या नहीं होती है.
शराब- बीयर, शराब और वाइन खून में यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं. आप जितनी अधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं गठिया की समस्या का खतरा उतना ही ज्यादा बढ़ जाता है. लेकिन एक स्टडी में पाया गया है कि अगर आप कम मात्रा में भी शराब का सेवन करते हैं तो भी इससे पुरुषों में गठिया की समस्या बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है. शराब का सेवन बिल्कुल भी करने वालों की तुलना में जो पुरुष 24 घंटे में 2 ड्रिंक्स पीते हैं उनमें गठिया का खतरा 36 फीसदी ज्यादा होता है. ऐसे में शराब का सेवन ना करने या बहुत कम मात्रा में करने से गठिया की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
हाई BMI लेवल- हाई BMI (बॉडी मास इंडेक्स) लेवल और यूरिक एसिड के बीच में एक लिंक होता है. जो लोग ओवरवेट या मोटापे से पीड़ित होते हैं उनमें भी गठिया होने की आशंका काफी ज्यादा होती है. ऐसे में वजन कम करने से यूरिक एसिड के लेवल को कम किया जा सकता है साथ ही आप भविष्य में होने वाली गठिया की समस्या से भी बच सकते हैं.
इन चीजों से भी बढ़ सकती है गठिया की समस्या
कुछ खास तरह के फूड्स, ड्रिंक्स और लाइफस्टाइल गठिया की समस्या को ट्रिगर कर सकती है. ये चीजें भी बढ़ा सकती हैं गठिया की समस्या
स्ट्रेस- रिसर्चर्स का कहना है कि स्ट्रेस के कारण खून में यूरिक एसिड का लेवल काफी ज्यादा बढ़ सकता है जिससे गठिया की समस्या होने लगती है. तो अगर आप गठिया के दर्द से बचना चाहते हैं तो स्ट्रेस से दूर रहें.
एस्पिरिन- एस्पिरिन की लो डोज लेने से खून में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने लगता है. जिससे गठिया का खतरा दोगुना बढ़ सकता है. एक रिसर्च में पाया गया कि एस्पिरिन की काफी कम डोज लेने के दो दिन बाद मरीजों में गठिया की समस्या का खतरा काफी बढ़ गया. लेकिन एस्पिरिन का इस्तेमाल हृदय संबंधित बीमारियों के लिए भी किया जाता है. अगर आप हार्ट डिजीज के कारण एस्पिरिन का सेवन करते हैं तो गठिया की समस्या से बचने के लिए इसका सेवन बंद ना करें बल्कि ऐसी चीजों के बारे में पता लगाएं जो गठिया की समस्या को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं जैसे शराब और रेड मीट.
डिहाइड्रेशन- डिहाइड्रेशन के कारण बेहद कम मात्रा में यूरिन शरीर से बाहर निकल पाता है जिससे शरीर में यूरिक एसिड काफी ज्यादा बढ़ जाता है. ऐसे में गठिया का खतरा कम करने के लिए जरूरी है कि आप ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीएं.
टेंप्रेचर में बदलाव- मौसम का भी गठिया की समस्या पर काफी ज्यादा असर पड़ता है. हाई टेंप्रेचर और कम ह्यूमिडिटी के कारण भी गठिया की समस्या का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. ह्यूमिडिटी काफी ज्यादा होने से भी गठिया का रिस्क बढ़ सकता है.