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ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वैरिएंट, एक्शन में आया WHO

ब्रिटेन में कोरोना के एक नए वैरिएंट से दहशत फैल गई है. नया वैरिएंट EG.5.1 ओमिक्रॉन से पैदा हुआ है जिसकी वजह से ब्रिटेन में संक्रमण की दर में तेज उछाल देखा गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (PC: getty) प्रतीकात्मक तस्वीर (PC: getty)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 05 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 2:04 PM IST

ब्रिटेन में एक बार फिर कोरोना वायरस ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं. वहां एक नए ईजी.5.1, जिसे एरिस का उपनाम दिया गया है, ने स्वास्थ्य अधिकारियों को चिंता से भर दिया है. EG.5.1 वैरिएंट ओमिक्रॉन से पैदा हुआ है. इसे पिछले महीने यूनाइटेड किंगडम में पहली बार डिटेक्ट किया गया था और तब से हर दिन इसके नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं. 

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समाचार एजेंसी पीटीआई ने इंग्लैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह नया वैरिएंट ईजी.5.1 को पहली बार जून में डिटेक्ट किया गया था और अब यह देश में तेजी से फैल रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी (यूकेएचएसए) ने बताया है कि ईजी.5.1 सात नए कोविड केस में एक का कारण बन रहा है. अंतर्राष्ट्र्यी स्तर पर विशेषकर एशिया में बढ़ते मामलों के कारण ब्रिटेन में इसके मामले बढ़ने के बाद 31 जुलाई को इसे एक नए वेरिएंट के रूप में क्लासिफाई किया गया था.

नए वैरिएंट पर हेल्थ एजेंसी अलर्ट

यूकेएचएसए ने कहा कि EG.5.1 वैरिएंट से हमें कितना खतरा हो सकता है इसका संकेत हमें तीन जुलाई 2023 को होराइजन स्कैनिंग के दौरान ही मिल गया था. तब से ही हमने इसकी हर एक गतिविधि पर निगाह बनानी शुरू कर दी थी. यूके डेटा में जीनोम की बढ़ती संख्या और सभी देशों में इसकी बढ़ती रफ्तार की वजह से इसे बाद में 31 जुलाई 2023 को मॉनिटरिंग सिग्नल से बढ़ाकर वैरिएंट V-23JUL-01 कर दिया गया था. इसका नामांकरण करने से हमें इसके लक्षणों और प्रभावों के विस्तृत अध्ययन में मदद मिली है.

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यूकेएचएसए के रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम के जरिए रिपोर्ट किए गए 4,396 सांस के नमूनों में से 5.4 प्रतिशत को कोविड-19 बताया गया जबकि पिछली रिपोर्ट में यह आंकड़ा 4,403 में से 3.7 प्रतिशत था. 

नए वैरिएंट से बढ़ रहे केस

यूकेएचएसए के टीकाकरण प्रमुख डॉ. मैरी रामसे ने कहा कि हमें इस सप्ताह की रिपोर्ट में कोविड-19 मामलों में वृद्धि देखने को मिली है. डॉ मैरी रामसे ने कहा, ''हम इस हफ्ते की रिपोर्ट में COVID-19 मामलों में वृद्धि देख रहे हैं. हमने अधिकांश आयु वर्ग के लोगों को विशेषकर बुजुर्गों की अस्पताल में आने की संख्या में थोड़ी वृद्धि देखी है. हालांकि अभी मरीजों की भर्ती होने की रफ्तार कम है और हमें फिलहाल आईसीयू में मरीजों के भर्ती होने की भी अंदेशा नहीं दिख रहा. हम सभी चीजों पर बारीकी से निगरानी रखेंगे.'' 

उन्होंने आगे कहा, ''नियमित और पूरी तरह से हाथ धोने से आपको COVID-19 और अन्य बग और वायरस से बचाने में मदद मिलती है. यदि आपमें श्वसन संबंधी बीमारी के लक्षण हैं, तो हम जहां संभव हो दूसरों से दूर रहने की सलाह देते हैं.''

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने  EG.5.1 वैरिएंट पर दो हफ्ते पहले ही नजर रखना शुरू कर दिया था. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने यह भी बताया था कि लोग टीकों की वजह से काफी सुरक्षित हैं, लेकिन किसी भी देश को कोरोना के खिलाफ अपनी लड़ाई और सतर्कता में कमी नहीं लानी चाहिए. 
 

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