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प्रेग्नेंसी में शराब का एक पेग भी खतरनाक, रुक सकती है बच्चे की ब्रेन ग्रोथ

प्रेग्नेंसी में शराब का सेवन गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए घातक होता है. ऑस्ट्रेलिया के विएना में हुई एक रिसर्च में यह दावा किया गया है. शोध के दौरान रिसर्च टीम ने पाया कि अगर कोई महिला प्रेग्नेंसी के दौरान हफ्ते में एक बार शराब का एक पेग भी पीती है तो वो भी गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है.

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 24 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 10:27 AM IST

गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन होने वाले बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है. शराब की वजह से ना केवल गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंचता है बल्कि इससे उसकी ब्रेन ग्रोथ भी रुक सकती है. ऑस्ट्रिया के विएना स्थित यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन में यह सामने आया है कि गर्भावस्था के दौरान शराब की थोड़ी मात्रा भी बच्चे के मस्तिष्क की संरचना को बदल सकती है और उसके दिमाग के विकास को प्रभावित कर सकती है. 

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क्या कहती है रिसर्च

यूनिवर्सिटी के बायोमेडिकल इमेजिंग डिपार्टमेंट में रेडियोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर और इस अध्ययन के लेखक ग्रेगर कैस्प्रियन ने कहा, ''हमारी स्टडी में यह सामने आया है कि ​प्रेग्नेंसी के दौरान कम या अधिक शराब पीने से बच्चे के ब्रेन की संरचना में बदलाव आ सकता है. इस रिसर्च के लिए हमने भ्रूण एमआरआई की सहायता ली थी जो एक बेहद खास और सुरक्षित जांच पद्धति है. यह हमें बच्चे के जन्म से पहले उसके मस्तिष्क की परिपक्वता का सटीक अनुमान लगाने में मदद करती है.'' 

उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन भ्रूण में कई विकार पैदा कर सकता है जिसे फीटल अल्कोहल स्पेक्ट्रम डिसॉर्डर कहते हैं. ऐसा होने पर आगे चलकर बच्चे की सीखने की क्षमता प्रभावित होती है. उसने बोलने में भी दिक्कत हो सकती है और साथ ही उसमें व्यवहार संबंधी समस्याएं भी आ सकती हैं जिसमें बच्चे सामान्य बच्चों की तुलना में अधिक आक्रामक होते हैं. ऐसे बच्चे मां-बाप या किसी के भी रोकने-टोकने पर आक्रामक हो जाते हैं. इन्हें दूसरे लोगों के साथ घुलने-मिलने में भी दिक्कत होती है.

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रिसर्च में वैज्ञानिकों को मिले हैरान करने वाले नतीजे

इस अध्ययन के एक और लेखक पैट्रिक कियानास्ट ने कहा, ''दुर्भाग्य से कई गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के दौरान भ्रूण पर पड़ने वाले शराब के प्रभाव से ज्यादा जागरूक नहीं होती हैं. इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम ना केवल शोध करें बल्कि भ्रूण पर शराब के प्रभाव के बारे में लोगों को बहुत ज्यादा जागरूक भी करें क्योंकि ये एक गंभीर मामला है.''

इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने ऐसे 24 भ्रूणों की एमआरआई जांच का विश्लेषण किया था जिनकी मांओं ने शराब का सेवन किया था और आशंका थी कि उनके बच्चे पर शराब का दुष्प्रभाव होगा. ये सभी भ्रूण 22 से 36 सप्ताह के बीच के थे. रिसर्च टीम ने अपने आकलन के लिए बच्चे की माओं से गर्भावस्था के दौरान उनके शराब के सेवन से जुड़ी जानकारी भी ली. 

शराब होने वाले बच्चे को दिमागी रूप से कमजोर बनाती है

इस दौरान रिसर्च टीम ने पाया कि शराब के संपर्क में आने वाले भ्रूणों का कुल परिपक्वता स्कोर (FTMS) काफी कम था. FTMS दिमाग की मैच्योरिटी की गणना करने का सिस्टम है. इसके कम होने का मतलब है कि बच्चे के दिमाग की ओवरऑल ग्रोथ कम हुई है. इसके साथ ही रिसर्च टीम न् उन भ्रूणों में ये भी देखा कि उनके मस्तिष्क के एक हिस्से जिसे सुपीरियर टेम्पोरल सल्कस (STS) कहा जाता है, उसका भी ठीक से विकास नहीं हुआ था. दिमाग का ये हिस्सा इंसान में सामाजिक अनुभूति, देखने-सुनने-समझने, एकाग्रता की ताकत पैदा करता है.

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पैट्रिक कियानास्ट कहते हैं, ''हमने टेम्पोरल ब्रेन रीजन (दिमाग का एक हिस्सा) और एसटीएस में सबसे बड़ा बदलाव पाया. हम जानते हैं कि इस क्षेत्र और विशेष रूप से एसटीएस के गठन का बच्चे के भाषा के विकास पर बहुत प्रभाव पड़ता है. यानी अगर इन दोनों हिस्सों में ठीक से विकास नहीं हुआ तो संभंव है कि बच्चे को आगे चलकर बोलने में दिक्कत हो.''

शराब का एक पेग भी बच्चे के लिए हो सकता है हानिकारक

पैट्रिक कियानास्ट ने बताया कि यहां तक कि जिन भ्रूणों पर अल्कोहल का प्रभाव बहुत कम था, उनके मस्तिष्क में भी परिवर्तन देखा गया.

पैट्रिक कियानास्ट कहते हैं, ''इस रिसर्च के लिए हमने जिन 24 महिलाओं का आकलन किया उनमें 17 महिलाओं ने बाकियों की तुलना में कम शराब पी थी. वो एक हफ्ते में सिर्फ एक बार ही ड्रिंक करती थीं. इसके बावजूद रिसर्च में भ्रूणों के दिमाग पर इसके दुष्प्रभाव पाए गए.''

रिसर्च टीम गर्भवती महिलाएं को सलाह, प्रेग्नेंसी में सख्ती से शराब से दूर रहें
पैट्रिक कियानास्ट ने इस दौरान प्रेग्नेंट महिलाओं को शराब से दूर रहने की सलाह दी. उन्होंने कहा, ''जैसा कि हम अपने अध्ययन में पाया है कि शराब के निम्न स्तर के सेवन से भी बच्चे के मस्तिष्क के विकास में बदलाव हो सकते हैं और दिमाग की मैच्योरिटी प्रभावित हो सकती है इसलिए गर्भवती महिलाओं को शराब से बचना चाहिए.''

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