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Raju Srivastav Death: 58 साल के राजू श्रीवास्तव की कार्डियक अरेस्ट से गई जान, इन संकेतों को बिल्कुल ना करें अनदेखा

Raju Srivastav Death: मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव नहीं रहे. कॉमेडियन और अभिनेता राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastava) का बुधवार को निधन हो गया है. उन्हें 10 अगस्त को कार्डियक अरेस्ट आया था. कार्डियक अरेस्ट क्या होता है कार्डियक अरेस्ट (cardiac arrest) के लक्षण क्या हैं? कार्डियक अरेस्ट का खतरा किन लोगों को अधिक है? इस बारे में आर्टिकल में जानेंगे.

(Image credit: Getty images and facebook) (Image credit: Getty images and facebook)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:55 AM IST

Raju Srivastav Death: कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) का आज 21 सितंबर 2022 को 58 साल की उम्र में निधन हो गया है. पिछले कई दिनों से वह दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे. उनके ठीक होने की सभी को उम्मीद थी लेकिन आज सुबह यह दुखद खबर सामने आ गई. पिछले महीने राजू श्रीवास्तव की अचानक तबियत खराब हुई थी. इसके बाद से ही वह हॉस्पिटल में एडमिट थे.  

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दरअसल, राजू श्रीवास्तव होटल के जिम में वर्कआउट कर रहे थे. ट्रेडमिल पर एक्सरसाइज करते हुए उन्हें सीने में दर्द हुआ और वह नीचे गिर गए. इसके बाद राजू श्रीवास्तव को उनके जिम ट्रेनर फौरन अस्पताल लेकर गए. डॉक्टर्स के मुताबिक, एक्सरसाइज करते समय राजू श्रीवास्तव को कार्डियक अरेस्ट आया था. मशहूर सिंगर केके की भी कुछ समय पहले कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई थी. 

आज के समय में कम उम्र के लोगों में भी कार्डियक अरेस्ट का जोखिम बढ़ गया है. कार्डियक अरेस्ट के लक्षणों को सामान्य समझकर कई बार अनदेखा कर दिया जाता है जो खतरनाक हो सकता है. कार्डियक अरेस्ट क्या है? कार्डियक अरेस्ट के लक्षण क्या हैं? इस बारे में जानना बेहद जरूरी है.

कार्डियक अरेस्ट क्या है? (What is cardiac arrest)

Clevelandclinic के मुताबिक, कार्डियक अरेस्ट एक जानलेवा स्थिति है जिसमें हार्ट अचानक से काम करना बंद कर देता है. यदि हार्ट काम करना बंद कर देता है तो वह खून को पंप नहीं कर पाता और कुछ ही समय में पूरे शरीर पर असर दिखने लगता है.

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आपातकालीन स्थिति में कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) और डिफिब्रिलेशन से कार्डियक अरेस्ट में कुछ मदद मिल सकती है. सीपीआर आपके फेफड़ों में पर्याप्त ऑक्सीजन बनाए रखता है. अगर समय पर सीपीआर और डिफाइब्रिलेटर मिल जाता है तो कार्डियक अरेस्ट से जान बचाई जा सकती है.

कार्डियक अरेस्ट के लक्षण क्या हैं? (Cardiac arrest symptoms)

Clevelandclinic के मुताबिक, कार्डियक अरेस्ट के लक्षण पहले से नजर नहीं आते. लेकिन फिर भी नीचे बताए लक्षण कार्डियक अरेस्ट का संकेत हो सकते हैं. अगर किसी में आप ये लक्षण देखें तो उसे सीपीआर और डिफाइब्रिलेटर दे सकते हैं और तुरंत मेडिकल सहायता के लिए भेजें.

- बेहोशी 
- हार्ट रेट तेज होना
- सीने में दर्द 
- चक्कर आना
- सांस लेने में कठिनाई
- उल्टी होना
- पेट और सीने में साथ में दर्द होना

इन सभी लक्षणों का यह मतलब हो सकता है कि आपके दिल की सेहत सही नहीं है और इससे लाइफ को खतरा भी हो सकता है.

क्यों अचानक आता है कार्डियक अरेस्ट (Why sudden cardiac arrest occur)

अचानक कार्डियक अरेस्ट में दिल काम करना बंद कर देता है, सांस लेने में परेशानी महसूस होने लगती है और बेहोशी आने लगती है. दिल के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में गड़बड़ी होने की वजह से ये स्थिति बन जाती है. इसकी वजह से हृदय की पंपिंग क्रिया बाधित होती है और शरीर में ब्लड फ्लो रुक जाता है. 

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कार्डियक अरेस्ट हार्ट अटैक से अलग होता है. हार्ट अटैक में दिल के एक हिस्से में खून पहुंचना बंद हो जाता है जबकि कार्डियक अरेस्ट में दिल अचानक काम करना बंद कर देता है. हालांकि, हार्ट अटैक कभी-कभी इलेक्ट्रिकल सिस्टम में गड़बड़ी को ट्रिगर कर सकता है जिससे अचानक कार्डियक अरेस्ट हो जाता है

किन लोगों को है कार्डियक अरेस्ट का खतरा (Who is at risk of cardiac arrest)

बत्रा हार्ट सेंटर के चेयरमैन और डॉक्टर उपेंद्र कॉल के मुताबिक, इस तरह की घटनाएं 35-40 की उम्र में भी देखने को मिलती है. उनके मुताबिक नीचे बताए हुए कारक कार्डियक अरेस्ट के जिम्मेदार हो सकते हैं. 

1. सिगरेट पीना
2.खराब कोलेस्ट्रॉल
3. हाई ब्लड प्रेशर
4. मधुमेह
5. मानसिक और सामाजिक तनाव
6. वर्क आउट नहीं करना
7. ओबेसिटी यानी मोटापा
8. सब्जी और फल बेहद कम खाना
9. शराब पीना

यह 9 बड़े कारक है जो 90% हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट के लिए जिम्मेदार होते हैं. इनमें से दो या दो से ज्यादा रिस्क फैक्टर होने पर हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है.

कार्डियक अरेस्ट के संकेत दिखते ही करें ये काम

अचानक से अगर किसी में कार्डियक अरेस्ट के संकेत नजर आएं तो उसकी जान बचाने के लिए सीपीआर का सहारा ले सकते हैं. सीपीआर का फुल फॉर्म कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन होता है. सीपीआर एक ऐसी प्रोसेस है जिसमें छाती पर दोनों हाथ से कंट्रोल्ड प्रेशर दिया जाता है. ऐसा करने से किसी व्यक्ति के रुके हुए हार्ट को फिर से एक्टिव किया जा सकता है.

अगर किसी का दिल धड़कना बंद हो जाता है तो हार्ट खून पंप नहीं कर पाता और कुछ ही समय में इससे मौत हो सकती है. एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर कार्डियक अरेस्ट के संकेत नजर आने पर मरीज को तुरंत सीपीआर दिया जाए तो उसके जीवित रहने की संभावना दोगुनी हो सकती है. 

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