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आज के समय में सभी लोग चाहते हैं कि उनका पेट अंदर रहे या बाहर न निकले. पेट को कम करने के लिए लोग डाइट से लेकर एक्सरसाइज तक, हर तरीका अपनाते हैं. पुरुष और महिला दोनों में अपने पेट को लेकर चिंता देखी जाती है. पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को बढ़े हुए पेट के कारण कई सारी ड्रेस पहनने में प्रॉब्लम होती है. बिजी लाइफ, जिम्मेदारी और अन्य कारणों से लड़की या महिलाओं का पेट बाहर आ सकता है. जिस कारण वे क्रॉप टॉप या अन्य तरह की ड्रेस पहनने पर कॉन्फिडेंट महसूस नहीं करतीं और उनकी लाइफ स्टाइल पर भी काफी असर पड़ता है.
लंदन स्थित द बैनवेल क्लिनिक की डायरेक्टर और प्लास्टिक और कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. पॉल बानवेल (Paul Banwell) के मुताबिक, पेट के 4 प्रकार होते हैं और पेट का साइज आपकी ओवरऑल हेल्थ के बारे में बता सकता है. विशेष प्रकार के टमी या पेट को पहचानकर अगर उन पर ध्यान दिया जाए तो आसानी से पेट कम किया जा सकता है. तो आइए जानते हैं महिलाओं में पेट का साइज कौन सी बीमारी का संकेत हो सकता है और उसका कैसे इलाज किया जा सकता है.
हार्मोनल टमी (Hormonal Tummy)
डॉ. पॉल बानवेल कहती हैं कि हार्मोनल टमी कुशन की तरह दिखता है और यह पेट और लोअर बैक पर दिखाई देता है. ऐसा टमी हार्मोनल असंतुलन के कारण होता है. इसका इलाज संभव है, क्योंकि हार्मोन के कारण शरीर में काफी सारे बदलाव हो जाते हैं. जिसमें मेटाबॉलिज्म कम होना, भूख लगना, सेक्स ड्राइव कम होना, स्ट्रेस होना आदि शामिल हैं.
कम खाने और एक्सरसाइज करने के कारण अगर आप अपने शरीर में अचानक से बदलाव देखते हैं, तो यह हार्मोनल इश्यू हो सकते हैं. अगर किसी में हार्मोन की कमी होती है, तो उसका अचानक से वजन बढ़ सकता है जो कि हार्मोनल बैली कहलाएगा. पेरिमेनोपॉजल से मेनोपॉज के बाद तक महिलाओं के पेट चर्बी और वजन बढ़ना आम बात है. लेकिन अगर इसके अलावा दूसरी महिलाओं को यह समस्या दिखती है, तो उन्हें चीनी, प्रोसेस्ड फूड, डेयरी, शराब और कैफीन जैसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.
ब्लोटेड और फूली हुई टमी (Bloated and distended tummy)
डॉ बानवेल के मुताबिक, ब्लोटेड और फूले हुए टमी की शिकायत तेजी से अधिक खाने के कारण हो सकती है, लेकिन कुछ मामलों में यह खाद्य असहिष्णुता (कुछ खाद्य पदार्थों को पचाने में परेशानी) का संकेत भी हो सकता है. ब्लोटेड और फूले हुए टमी का पेट की चर्बी से कोई संबंध नहीं है. यह डाइजेशन डिसऑर्डर का संकेत है, जो पेट की चर्बी का कारण बन सकता है.
ब्लोटिंग टमी के दौरान पेट टाइट, दर्दनाक और अधिक भरा हुआ महसूस करता है और कुछ मामलों में गैस भी बन सकती है, जो अधिक और तेजी से खाने के कारण होती है. अगर ब्लोटिंग महसूस हो और पेट बाहर आ जाए तो अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
अल्कोहल और बीयर टमी (Alcohol or Beer Tummy)
डॉ बानवेल के मुताबिक, पुरुषों में बीयर या अल्कोहल बैली काफी कॉमन है, लेकिन कुछ मामलों में यह महिलाओं को भी काफी नुकसान पहुंचा सकती है. अगर कोई अधिक बीयर, वाइन या अन्य प्रकार के अल्कोहल का सेवन करता है, तो उसका पेट बाहर आ जाता है, जिसे अल्कोहल और बीयर टमी कहते हैं. अल्कोहल और बीयर टमी महिलाओं में फैटी लिवर की समस्या पैदा कर सकता है.
अल्कोहल और बीयर टमी से पेट का साइज काफी बढ़ जाता है, जिसका कारण अल्कोहल और बीयर की ब्लैंक कैलोरी है. इसके कारण फैटी लिवर की समस्या हो सकती है. फैटी लिवर की समस्या के लक्षण नहीं देखे जाते, लेकिन इसके कारण थकान, लिवर का साइज बढ़ना और पेट संबंधित समस्याएं होने लगती हैं. फैटी लिवर से लिवर डैमेज हो सकता है. इस टमी से छुटकारा पाने के लिए अल्कोहल का सेवन कम करना चाहिए और एक्सरसाइज को बढ़ाना चाहिए. साथ ही साथ डाइट में फल, सब्जियां और पानी पीना चाहिए.
मम्मी टमी (Mummy Tummy)
डॉ. बानवेल का कहना है कि प्रेग्नेंट होने, बच्चे को जन्म देने और स्तनपान कराने के बाद महिलाओं का पेट काफी परेशान कर सकता है. मम्मी टमी वह स्थिति है, जो बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं के पेट का साइज बढ़ जाता है. मम्मी टमी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति हो सकती है, जिसे डायस्टेसिस रेक्टी कहा जाता है.
हालांकि यह काफी सामान्य स्थिति है और इसका मतलब है कि गर्भावस्था के दौरान पेट की 2 मांसपेशियां अलग हो जाती हैं. इस स्थिति में महिलाओं को पेट सामने, नाभि के ऊपर या नीचे एक उभार दिखाई दे सकता है. बच्चे के जन्म के 8 सप्ताह बाद यह स्थिति आमतौर पर सामान्य हो जाती. लेकिन इसकी शिकायत होने पर महिलाओं को अपने डॉक्टर से भी संपर्क करना चाहिए.