
Weight Loss Story: वजन कम करने के लिए हर किसी की लाइफ में कोई ना कोई ऐसा टर्निंग प्वाइंट जरूर होता है जिसके बाद से वह अपनी फिटनेस जर्नी शुरू करता है. ऐसी ही 22 साल की एक लड़की है जिसका वजन करीब 172 किलो हुआ करता था. उसका वजन इतना अधिक था कि एक बार जब वह म्यूजियम पार्क गई तो उसे राइड के दौरान दो लोगों को धक्का लगाना पड़ा. बस यही उस लड़की की लाइफ में टर्निंग प्वाइंट रहा, जब उसने वजन कम करने के बारे में सोचा. आज यह लड़की अपना करीब 88 किलो वजन कम कर चुकी है. 88 किलो वजन कम करने वाली लड़की कौन है? उसका वजन कैसे बढ़ा था? वजन कम कैसे किया? इस बारे में जान लीजिए.
कौन है ये लड़की
88 किलो वजन कम करने वाली लड़की का नाम स्टेफनी स्मिथ (Stephanie Smith) है जो कि 22 साल की है. उसका वजन 172 किलो और बीएमआई 56 था. जबकि नेशनल हेल्थ सर्विस के मुताबिक, हेल्दी बीएमआई की रेंज 18.5 से 24.9 तक होती है. स्टेफनी को अपना 88 किलो वजन कम करने में लगभग 18 महीने का समय लगा था. आज स्टेफनी का वजन करीब 82 किलो है.
ऐसे बढ़ा था स्टेफनी का वजन
5 फीट 9 इंच की स्टेफनी ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया, "मुझे बचपन से ही खाने का काफी शौक था. जब मैं 12 साल की थी तब तक मैं नॉर्मल साइज वाली लड़की थी. 12 साल की उम्र के बाद ही मेरा वजन बढ़ना शुरू हुआ था. मुझे याद है जब मैं स्कूल में थी तब पूरा एक केक खा जाती थी. कुछ दिन बाद मैं दो केक खाने लगी और उसके बाद बिस्किट और रोल का पूरा पैकेट खा जाती थी. मेरी भूख की कोई लिमिट नहीं रह गई थी. मेरे दिमाग में हर समय सिर्फ खाना-खाना ही लगा रहता था. मैं हमेशा सोचती रहती थी कि लंच में क्या बना होगा? मां डिनर में क्या बना रही होंगी? मैं स्नैक्स क्या खाऊंगी? यानी कि मेरी सोच-समझ सिर्फ खाने तक ही सीमित हो गई थी.
स्टेफनी ने आगे कहा, “मैंने अपने आपको ऐसा बना लिया था कि जब तक मेरा पेट नहीं भरता था, तब तक खाती रहती थी. कई बार तो मैं उस समय तक खाती रहती थी, जब तक मेरे पेट में दर्द ना होने लगे. मैं ब्रेकफास्ट में अवोकाडो, तले हुए अंडे और टोस्ट खाती थी. इसके बाद डेयरी मिल्क का बड़ा वाला बार होता था, उसे भी खा लेती थी. फिर जैसे ही भूख लगती थी तो कुरकुरे-बेफर्स-केक भी खा लेती थी. फिर जैसे ही दोपहर होती थी मैं दो बड़े सैंडविच खाती थी. यानी कि यह कह सकते हैं कि मैं दिन भर खाती ही रहती थी.”
गर्भनिरोधक से बढ़ गया वजन
स्टेफनी ने बताया, “जब मैं 15-16 साल की थी तब मैं खाने की इतनी आदी हो गई थी कि मेरे पैरेन्ट्स किचन और फ्रिज में ताला लगा देते थे. लेकिन फिर भी मेरी भूख नहीं मिटती थी. मैंने 15-16 साल की उम्र में गर्भनिरोधक या कॉन्ट्रासेप्टिव का उपयोग करना शुरू कर दिया था, इसके कारण मेरी भूख और बढ़ गई थी. गर्भनिरोधक के रूप में मैंने कॉन्ट्रासेप्टिव इम्प्लांट (Contraceptive implant) का सहारा लिया था. इस पद्धति में ऊपरी बांह में त्वचा के नीचे एक ट्यूब डाली जाती है और यह ट्यूब हार्मोन रिलीज करके अंडाशय से एग्स रिलीज होने से रोकता है.
स्टेफनी ने आगे बताया, “ मैं सीढ़ियां नहीं चढ़ पाती थी, जूते के लेस नहीं बांध पाती थी और चल भी नहीं पाती थी. 2020 की गर्मियों के दौरान मैं जब थोरपे पार्क में सैर करने के लिए गई वहां पर एक राइड के दौरान मुझे काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था. उस समय मेरी फैमिली ने मुझे डाइटिंग करने की सलाह दी थी और वही मेरी लाइफ का टर्निंग प्वाइंट रहा.”
ऐसे कम हुआ स्टेफनी का वजन
स्टेफनी ने फैमिली की सलाह पर सबसे पहले 2020 में केंट के बेनेडेन हॉस्पिटल में बेरिएट्रिक सर्जरी कराई. इसके बाद उसका एक महीने में लगभग 3 किलो वजन कम हुआ. इसके बाद वे अपने खान-पान पर कंट्रोल करती गई और आज उनका वजन लगभग 82 किलो है. बीएमआई जहां 56 था, वहीं आज स्टेफनी का बीएमआई 27 है.
स्टेफनी ने इंटरव्यू के दौरान बताया था कि अब मेरी भूख काफी कम हो गई है. मैं छोटे-छोटे हिस्सों में खाना खाती हूं. खाने में हरी-सब्जियां, होल ग्रेन, फल और फ्रेश फूड शामिल होते हैं. रोजाना करीब 25 हजार कदम चलती हूं. आज मैं काफी एनर्जेटिक महसूस करती हूं और मेरे अंदर काफी आत्मविश्वास बढ़ गया है. मैं अपने पसंद के कपड़े पहन सकती हूं और मुझे लगता है कि मेरी लाइफ पूरी तरह से बदल गई है.