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World Alzheimer's Day 2021: क्या आप भी रखकर भूल जाते हैं पैसे? अल्जाइमर के 7 लक्षण ना करें इग्नोर

World Alzheimer Day 2021: बुजुर्गों में अल्जाइमर के शुरुआती लक्षणों का पहचान करना बहुत जरूरी है. वर्ल्ड अल्जाइमर डे के मौके पर आपको 7 ऐसे लक्षणों के बारे में बताते हैं जिनसे इस बीमारी की पहचान की जा सकती है.

Photo Credit: Getty Images Photo Credit: Getty Images
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 3:22 PM IST
  • अल्जाइमर के लक्षणों की पहचान करना बेहद जरूरी
  • 65 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोग जल्दी होते हैं शिकार

World Alzheimer Day 2021: अल्जाइमर एक न्यूरोडीजेनरेटिव डिसीज है जिसका शिकार 65 साल या इससे ज्यादा उम्र के लोग जल्दी होते हैं. अल्जाइमर एक इंसान के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है. पूरी दुनिया में यह डेमेंशिया का प्रमुख कारण बन चुका है. इसलिए बुजुर्गों में अल्जाइमर के शुरुआती लक्षणों की पहचान करना बहुत जरूरी है. वर्ल्ड अल्जाइमर डे (World Alzheimer Day) के मौके पर आपको 7 ऐसे लक्षणों के बारे में बताते हैं जिनसे इस बीमारी की पहचान की जा सकती है.

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मेमोरी लॉस- यह एक बेहद प्रमुख संकेत है जो बताता है कि कोई इंसान अल्जाइमर के मेमोरी लॉस से प्रभावित है. भूलना अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, लेकिन अल्जाइमर के मरीज यह दिक्कत बार-बार झेलते हैं. पैसे या फोन रखकर भूल जाना या किसी जगह पर एक बार जाने के बाद उसके बारे में कुछ याद ना रहना, अच्छे संकेत नहीं हैं. 

पैसे गिनने में दिक्कत- एक इंसान को जब बेसिक कैल्कुलेशन करने में दिक्कत होने लगे तो ये अल्जाइमर का वॉर्निंग साइन हो सकता है. अगर किसी को पैसे गिनने या अपने बिल चुकाते वक्त कैलकुलेशन करने में दिक्कत होती है तो इसे इग्नोर ना करें.

डिप्रेशन और मूड स्विंग- अल्जाइमर के शिकार लोगों को मूड स्विंग की दिक्कत हो सकती है. डिप्रेशन यानी तनाव इस बीमारी का शुरुआती और प्रमुख लक्षण है जो अल्जाइमर से पहले भी इंसान को घेर सकता है.

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फैसले लेने में दिक्कत- अल्जाइमर से ग्रसित किसी इंसान को स्वतंत्र रूप से अपने फैसले लेने में दिक्कत हो सकती है.

फोकस की कमी- अल्जाइमर के शिकार लोगों की काम के वक्त एकाग्रता भंग हो सकती है. उन्हें वो काम करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है जो पहले वो बड़ी आसानी से कर लिया करते थे.

बोलने में दिक्कत- अल्जाइमर की चपेट में आने के बाद एक इंसान को शब्दों या वाक्यों का सही उच्चारण करने में तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है.

बेचैनी- अल्जाइमर में बेचैनी बढ़ने के बाद कई बार इंसान अपनी करीबी लोगों को भी नहीं पहचान पाता है. वो बार-बार अजीब सा बर्ताव करते हैं. इसके मरीज अक्सर मतिभ्रम का शिकार भी हो सकते हैं.

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