कोरोना वायरस के भारत में अब तक पूरी दुनिया में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में भी इसके आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं, एक हालिया रिपोर्ट में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि कोरोना वायरस से डाईबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए ज्यादा खतरनाक है.
'द लैंसेट' में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, जिन लोगों को डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है उन्हें कोरोना वायरस से ज्यादा संभलकर रहने की जरूरत है.
रिपोर्ट में बताया गया है, ऐसी बीमारियों में रोगी को जो ड्रग दिया जाता है उसे ACE (एंजियोटेंसिन कन्वर्टिंग एंजाइम) कहते हैं. इस ड्रग का असर इंसान की कोशिकाओं पर पड़ता है.
वैज्ञानिकों का दावा है कि ड्रग से कोशिकाओं में बदलाव आने के बाद कोरोना वायरस के लिए हमला करना आसान हो जाता है. पूरी दुनिया में हर साल करोड़ों लोग डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए इन दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं.
यदि डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के पीड़ित हैं तो आपके मन में ये सवाल जरूर उठ रहा होगा कि क्या आपको इस ड्रग का सेवन बंद कर देना चाहिए? इस पर हेल्थ विशेषज्ञों का कहना है कि बिना डॉक्टर्स की सलाह के दवाइयां बंद करने की जरूरत नहीं है.
इसके अलावा जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर है उन्हें भी कोरोना वायरस से सावधान रहने की जरूरत है. WHO भी इसे लेकर समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी कर रहा है.
कोरोना वायरस से बुजुर्ग लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. पूरी दुनिया में अब तक हुई मौतों में ज्यादा संख्या उम्रदराज लोगों की ही है.
भारत में भी जिन लोगों की मौत इस जानलेवा वायरस के चलते हुई है उनकी उम्र काफी ज्यादा थी. साथ ही, दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में दम तोड़ने वाली महिला को तो डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर का मरीज भी बताया जा रहा है.
कोरोना वायरस के खास लक्षण-
WHO की तरफ से कोरोना वायरस के जो लक्षण बताए गए हैं वो आम सर्दी-जुकाम से बहुत मिलते जुलते हैं. कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद रोगी को तेज बुखार आने लगता है. साथ ही उसे सूखी खांसी और जुकाम की समस्या होने लगती है. मांसपेशियों में दर्द रहता है और थकावट महसूस होने लगती है.
क्या होती हैं दिक्कतें?
कोरोना वायरस में सांस लेने में तकलीफ और सेप्टिक शॉक जैसी परेशानियां होती हैं. इसके अलावा इंसान के शरीर के कई अंग एकसाथ काम करना बंद कर सकते हैं. सामान्य कोल्ड या मौसमी फ्लू में इस तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ता है.