इतने दिन बीतने के बाद भी कोरोना वायरस को लेकर अब तक
कोई राहत की खबर नहीं आई है. पूरी दुनिया में इसके मामले लगातार बढ़ते जा
रहे हैं और अब तक इसकी कोई वैक्सीन नहीं बन सकी है. कोरोना वायरस से अब तक
ज्यादातर बुजुर्ग या पहले से किसी बीमारी से ग्रसित लोग संक्रमित हो रहे थे
लेकिन एक्सपर्ट का दावा है कि ये वायरस अब ज्यादा से ज्यादा युवाओं को भी
अपना शिकार बना रहा है. और इतना ही नहीं ये वायरस युवाओं के लिए खतरनाक
साबित हो रहा है.
अमेरिका के प्रमुख संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फॉउची ने मंगलवार को कहा कि डॉक्टर्स और संक्रामक रोग विशेषज्ञ कोरोना वायरस के युवा मरीजों में ज्यादा जटिलताएं देख रहे हैं. आपको बता दें कि अमेरिका में जब इस वायरस का प्रकोप फैलना शुरू हुआ था तब शोधकर्ताओं ने कहा था कि यह वायरस युवाओं के लिए खतरनाक नहीं है और बुजुर्गों और पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है.
हाउस एनर्जी एंड कॉमर्स कमेटी की सुनवाई के दौरान फॉउची ने कहा कि अब ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा, 'ये सोचना गलत है कि ये वायरस युवाओं के लिए घातक नहीं है. हम युवाओं में इसकी ज्यादा जटिलताएं देख रहे हैं.' फॉउची ने कहा कि उन्होंने अब तक ऐसा एक भी वायरस नहीं देखा था जिसके इतने ज्यादा लक्षण हों.
उन्होंने कहा, 'कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं है, जबकि कुछ लोगों में हल्के लक्षण मिलते हैं और कुछ लोगों में इतने लक्षण मिलते हैं कि उन्हें कुछ दिनों के लिए घर पर रहना पड़ता है. कुछ लोग हफ्तों तक बिस्तर पर रहते हैं और ठीक होने के बाद भी उनमें लक्षण रहते हैं. कुछ लोग अस्पताल जाते हैं. किसी को ऑक्सीजन तो किसी को आईसीयू की जरूरत पड़ती है. वहीं कई लोगों की इससे मौत हो जाती है.'
फॉउची ने कहा कि जो युवा एसिम्प्टोमैटिक होते हैं, जो कभी लक्षण विकसित नहीं करते हैं, वो दूसरों में भी वायरस फैला सकते हैं. युवाओं को न केवल अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहिए बल्कि वायरस का प्रकोप कैसे फैल रहा है इस बात को भी ध्यान में रखना चाहिए.'
उन्होंने कहा, अगर आप संक्रमित हो जाते हैं और संक्रमण फैलाते हैं, भले ही आप बीमार न हों लेकिन आप इस वायरस को फैलाने की प्रक्रिया का एक हिस्सा हैं. अनजाने में आप किसी को संक्रमित कर रहे हैं, वो किसी और को संक्रमित करता है, जो पहले से ही कमजोर है. वो आपकी दादी, दादा या बीमार चाचा भी हो सकते हैं, जो आखिरकार इससे दम तोड़ देते हैं.'
फॉउची ने बताया कि अमेरिका के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण मामलों
में परेशान करने वाला उछाल दिखाई देने लगा है. जबकि न्यूयॉर्क में कोरोना
के मामलों में गिरावट देखी जा रही है, अन्य राज्यों में भी कोरोना वायरस के
मामलों में वृद्धि देखी जा रही है जिससे कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा बढ़ता
जा रहा है.
फॉउची की ये टिप्पणी अधिकारियों के उस बयान के बाद आई है, जिसमें कहा गया था कि ज्यादातर युवा सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपायों को नजरअंदाज कर रहे हैं और कोरोना वायरस की टेस्टिंग में पॉजिटिव आ रहे हैं. एबीसी न्यूज के मुताबिक, उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि 35 साल से कम उम्र के लोग, खासतौर से फ्लोरिडा और टेक्सास में, कोरोना वायरस टेस्टिंग में तेजी से पॉजिटिव आ रहे हैं.