साल का सबसे बड़ा और चमकदार चांद यानी सुपरमून पूरी दुनिया ने 7 अप्रैल, मंगलवार रात तकरीबन 11.30 बजे देखा. हालांकि दुनिया के अलग-अलग देशों में सुपरमून अलग-अलग समय पर दिखाई दिया. इसे सुपर पिंक मून कहा जा रहा है. आइए आपको देश-दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से सुपरमून की सामने आई कुछ आकर्षक तस्वीरें दिखाते हैं.
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सुपरमून की एक झलक नई दिल्ली के इंडिया गेट से भी देखने को मिली. हालांकि इसका दीदार करने के लिए हमेशा की तरह यहां लोगों की भीड़ इकट्ठा नहीं थी.
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कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के चलते इन दिनों दिल्ली की सड़कें एकदम सूनी पड़ी है. इस बीच लोगों ने घरों की खिड़कियों और छतों से सुपरमून देखा.
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सुपरमून की यह तस्वीर भी देश की राजधानी दिल्ली से ली गई है. इस दौरान चांद पूरा गोल, पहले ज्यादा बड़ा और चमकदार नजर आया.
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सुपरमून का यह नजारा गुरुग्राम के एक मंदिर की चोटी के ठीक ऊपर से कैमरे में कैद किया गया है.
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साल के सबसे चमकदार चांद की यह तस्वीर पंजाब के लुधियाना से आई है. यहां भी लोगों ने सुपरमून की झलक देखी.
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दुबई स्थित दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा के ठीक सामने से खींची गई सुपरमून की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है.
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जर्मनी के ब्रैंडनबर्ग गेट के पीछे से ली गई सुपरमून की तस्वीर का यह नजारा बेहद खूबसूरत है.
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सुपरमून के इस लम्हे को नासा ने भी अपने कैमरे में कैद किया है. इसके अलावा नासा ने सुपरमून का लाइव प्रसारण भी किया गया.
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अगर आप सुपरमून को देखने से चूक गए हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं है. एस्ट्रोनॉमर्स का कहना है कि 7 मई यानी अगले महीने आप एक बार फिर इसे देख सकेंगे.
प्रतीकात्मक तस्वीर
कब होता है सुपरमून?-
चंद्रमा और पृथ्वी के बीच की दूरी जब न्यूनतम स्तर पर होती है तब इसे सुपरमून कहा जाता है. पृथ्वी से चंद्रमा की सामान्य दूरी 384400 किलोमीटर होती है. जबकि दोनों के बीच की अधिकांश दूरी 405696 किमी हो सकती है. सुपरमून के वक्त ये फासला घटकर 356900 किलोमीटर रह जाता है.