Advertisement

'मेरी सास की वजह से बर्बाद हो गई मेरी जिंदगी'

मुझे विश्वास ही नहीं होता है कि कोई ऐसा कैसे हो सकता है? मैंने अपनी जिंदगी में कभी ऐसा कुछ होने की कल्पना नहीं की थी..

सास-बहू का रिश्ता सास-बहू का रिश्ता
प्रज्ञा बाजपेयी
  • नई दिल्ली,
  • 13 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 1:10 PM IST

जीवन में हर कोई खुशहाल शादीशुदा जिंदगी चाहता है लेकिन रिश्तों का तानाबाना कई बार उलझ सा जाता है. सास-बहू का रिश्ता हमेशा ही बेहद नाजुक रिश्ता रहा है.  पति को अपनी मां और पत्नी के बीच अगर संतुलन बिठाना ना आए तो कई बार पति-पत्नी का रिश्ते में दरार पड़ जाती है. एक लड़की ने अपनी निजी जिंदगी का ऐसा ही अनुभव साझा किया है-

Advertisement

मैं दो साल पहले काफी उम्मीदों और सपनों के साथ शादी के बंधन में बंधी थी. मेरी अरेंज मैरिज हुई थी और मेरी शादी लेट हुई थी. मैं 29 साल की थी और वह 32 साल के थे. हम थोड़ा रूढ़िवादी ब्राह्मण परिवार से हैं इसलिए कुंडली मिलाने में यकीन रखते हैं.

मैं अपने ससुराल आ गई क्योंकि मेरे पति परिवार में इकलौते बेटे हैं और उनकी बड़ी बहन की शादी हो चुकी है. पहले ही दिन से वह तथाकथित 'लविंग हस्बैंड' की कैटिगरी में से नहीं थे. यहां तक कि पहली बार अकेले में उन्होंने मुझसे जो शब्द कहे, वो थे- 'मेरी मां ही मेरे लिए सब कुछ हैं, तुम्हारी जगह हमेशा दूसरी ही रहेगी.'

मैं एक पढ़ी-लिखी और नौकरीशुदा लड़की थी. मैंने उनके अपनी मां के प्रति प्यार और समर्पण को स्वीकार कर लिया. लेकिन मैंने महसूस किया कि उनकी जिंदगी में दूसरी महिला की भावनाओं के लिए कोई जगह नहीं है.

Advertisement

सोने से पहले भूलकर भी ना खाएं ये 10 चीजें

मेरी सास की एक आदत थी कि वह मेरे बारे में हर एक बात अपने बेटे को बता देती थी. जैसे- मैं खाना बनाने में एक्सपर्ट नहीं हूं, नौकरी करने की वजह से मेरे पास एक्सपर्ट्स की तरह खाना बनाने का समय भी नहीं रहता था. मैं अपनी सास की अपेक्षाओं के मुताबिक खाना नहीं बना पाती थी लेकिन वह मुझसे कुछ नहीं कहती थी. लेकिन जब शाम को मेरे पति लौटते तो वह बहुत ही सामान्य तरीके से मेरे बारे में शिकायत करतीं. वह ऐसे लहजे में सब कुछ बोलती थी जिससे कि मेरे पति को लगता था कि मैं उनकी जिंदगी के सबसे अहम शख्स को परेशान कर रही हूं.

इसी तरह की कई छोटी-छोटी बातों से मेरे और मेरे पति के बीच दूरी बढ़ती गई. ऊपरी तौर पर तो हम खुश थे लेकिन मेरे पति अपने काम और हाव भाव से अपने पैरेंट्स को जता देते कि वह मेरे साथ खुश नहीं हैं.

मेरे पति 'टिट फॉर टैट' स्वभाव वाले थे. उनके मन और कामों से यह बिल्कुल साफ हो गया था कि मैं उनकी मां के लिए अच्छी हाउसवाइफ नहीं हूं और उनके परिवार पर एक बोझ हूं. हालांकि मैंने अच्छा वक्त आने की उम्मीद में सब्र के साथ थोड़ा इंतजार करना बेहतर समझा.

Advertisement

शादी के बाद लड़कियों को नहीं करनी चाहिए ये 5 गलतियां

मुझे लगा कि बच्चा होने के साथ ही सब ठीक हो जाएगा लेकिन भगवान ने यहां भी मेरे साथ धोखा दिया. मैं कन्सीव नहीं कर पा रही थी. यह मेरी सास और पति के लिए एक और अभिशाप की तरह था.

जब मेरे पति की नौकरी बदली तो वह दूसरे शहर चले गए. बदकिस्मती से इसी समय मेरी सास की तबीयत भी खराब हो गई. जैसा कि हमेशा से होता आ रहा था, इसके लिए भी मुझे जिम्मेदार ठहरा दिया गया. मैंने बहुत सफाई दी पर किसी ने मेरी बात नहीं सुनी.

अपने पति की इच्छा के मुताबिक, मैं उनके साथ दूसरे शहर में आ गई और कुछ दिनों के लिए अपनी नौकरी से छुट्टी ले ली. मेरी सास ने जगह सूट ना करने की वजह बताकर वहां आने से इनकार कर दिया. मैं करीब एक महीने के लिए अपने पति के साथ दूसरे शहर में रही. इस दौरान मेरी सास मेरे पति की दादी को घर ले आयी. दादी ने मेरी सास को मेरे खिलाफ भड़का दिया और जब मैं वापस घर लौटी तो मेरी मुश्किलें औऱ बढ़ गईं. मेरे ऊपर लगातार ताने मारे जाते. वह यह भी कहने लगी कि मैं उन्हें उनके बेटे से छीन लेना चाहती हूं.

Advertisement

ये 7 आदतें हैं तो साबित होंगे बुरे पति

मेरे पति पूरी तरह से मेरे खिलाफ हो गए. एक दिन उन्होंने मुझसे मायके जाने के लिए कह दिया. उन्होंने मुझसे कहा कि मैं अब तभी घर आऊं जब वह बुलाएं.

मेरे पैरेंट्स और मेरी लगातार कोशिशों के बावजूद भी उन्होंने मुझे देखने और बात करने से मना कर दिया. मेरे पति ने हमारे एक महीने की साथ बिताए वक्त के बारे में हर एक बात अपनी मां को बता दी. अब वह लोगों के सामने हर एक बात को अपने रंग देकर पेश करती हैं. वह लोगों को कहती हैं कि मैं उनके बेटे कि लए परफेक्ट पत्नी नहीं थी और इसी वजह से हमारा परिवार बढ़ नहीं पाया.

मेरे पति उनकी हर एक बात को मानते हैं. मेरी ननद भी उन्हीं लोगों का साथ देती हैं. अब उन्होंने मुझसे हमेशा के लिए अलग होने का फैसला कर लिया है. मैंने उनकी इस बात को मानने से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने मुझे मेरा सारा सामान लौटाते हुए कहा कि मैं इन दो सालों में उनके लिए केवल एक शर्ट की तरह थी और अब वह इस शर्ट से पूरी तरह थक चुके हैं.

मुझे विश्वास ही नहीं होता है कि कोई ऐसा कैसे हो सकता है? मैं बहुत ही धार्मिक हूं और अपनी जिंदगी में कभी ऐसा कुछ होने की कल्पना नहीं की थी. मैं एक अनिश्चित भविष्य के साथ अपने माता-पिता के साथ रह रही हूं. यह सब मेरे साथ इसलिए हुआ कि मैं अपनी सास को मां बुलाती थी. मुझे नहीं पता कि उन्हें मेरी जिंदगी बर्बाद करके क्या मिल गया.  क्या एक पति का यह कर्तव्य नहीं है कि वह उस लड़की का ख्याल रखें जो उसकी जिंदगी और घर में आई है.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement