
विशेषज्ञों ने टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित 270 लोगों पर शोध किया है. इनमें 180 लोग शादीशुदा थे और 90 लोग सिंगल और उनकी औसत उम्र 65 साल थी. इस स्टडी में पाया गया है कि शादीशुदा लोगों में स्लिम रहने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं.
इस शोध में यह नतीजे सामने आए हैं कि सिंगल लोगों में ओवरवेट होने की संभावना शादीशुदा लोगों से दोगुना होती है. योकोहमा सिटी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यह भी पाया है कि शादीशुदा पुरूषों में मेटाबोलिक सिंड्रोम होने की संभावना महिलाओं की अपेक्षा कम होती है. मेटाबोलिक सिंड्रोम डायबिटीज, हाई ब्लड-प्रेशर और मोटापे का कॉम्बिनेशन होता है. यह रक्त-वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है.
डॉक्टरों का भी यही मानना है कि मैरिड कपल सिंगल लोगों की अपेक्षा ज्यादा स्वस्थ रहते हैं.
शोधकर्ताओं ने कहा, 'हमारे स्टडी में पाया गया है कि शादीशुदा होने और अपने पार्टनर के साथ रहने से ओवरवेट होने का खतरा 50 प्रतिशत तक घट जाता है. साथ ही उनमें मेटाबोलिक सिंड्रोम होने का खतरा भी सिंगल लोगों की तुलना में 58 प्रतिशत घट जाता है.'
इस शोध से यह बात भी सामने आई है कि टाइप 2 डायबीटिक मरीजों को अपना वजन संतुलित रखने के लिए सामाजिक सहायता की जररूत होती है. इस साल जून में ऐस्टन मेडिकल स्कूल और ईस्ट एंजिला यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स ने एक रिसर्च पब्लिश किया था, जिसमें यह बताया गया था कि शादीशुदा लोगों में हार्ट अटैक में बचने की संभावना ज्यादा रहती है.