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दिल्ली ही नहीं, बुराड़ी हत्याकांड ने सभी को हिलाकर रख दिया है. क्या प्यार ऐसा होता है कि आप सामने वाले की जान चाकुओं से गोद-गोद कर ले लें. प्यार का ऐसा चेहरा डर, अंजाम जैसी फिल्मों में देखा तो था. मगर बुराड़ी हत्याकांड के बाद असल जिंदगी का खौफ इसने एक बार फिर उजागर कर दिया है.
बुराड़ी हत्याकांड के साथ ही दिल्ली में 24 घंटे में दो और एकतरफा प्यार को लेकर दो मर्डर और हो गए.
अगर इन खबरों से आप भी डरी हुई हैं क्योंकि कोई आपका भी ऐसे ही पीछा कर रहा है और अपना 'प्यार' आप पर थोपना चाह रहा है तो इन बातों को जानें. आपकी सुरक्षा के लिए ये बेहद जरूरी है.
क्या वह कर सकता है आपका मर्डर :
जो लोग बुरी तरह तरह आपके पीछे पड़ते हैं, वे नॉर्मल नहीं होते.
- ऐसे लोग छोटी-छोटी चीजों को लेकर री-एक्ट करते हैं. इनका व्यहार आक्रामक होता है. छोटी-छोटी बात पर ये चीजें फेंकने और हाथापाई कर बैठते हैं.
- ऐसे लोगों को किसी भी हाल में 'नहीं' सुनना पसंद नहीं आता. उन्हें 'ना' सुनना अपमान लगता है.
- ऐसे लोग खुद को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं. खुद की मर्जी और खुद की अहमियत वे सबसे ऊपर रखते हैं .
- अपने गुस्से पर कंट्रोल कर पाना उनके लिए काफी कठिन होता है.
क्या है इसकी वजह:
- ऐसे मामलों में अतीत बहुत बड़ी भूमिका निभाता है. अतीत में हुआ कोई हादसा ऐसे लोगों में भावनाओं का दबाव बढ़ा देता है और घटना के दोहराव पर वो खतरनाक लावे की तरह बाहर निकलती हैं.
- ऐसे लोग असुरक्षा की भावना से घिरे होते हैं. ये बस यही सोचते हैं कि वे क्या चाहते हैं, वो सही है या नहीं, इनसे इनका कोई मतलब नहीं.
- कई लोग अपनी हार को जिंदगी से भी बड़ा मानते हैं. ऐसे में दो चीजें होती हैं कि हार के बाद वो या तो सामने वाले को मार देते हैं या फिर खुद को खत्म कर देते हैं.
कैसे होगा इनका इलाज:
- ये लक्षण बचपन से ही नजर आने लगते हैं. जरूरत से ज्यादा जिद्दी या गुस्से वाले बच्चे को पैरेंट्स को गंभीरता से लेने की जरूरत होती है.
- लेकिन आपका इनसे सामना तो बड़े होने पर होगा लिहाजा इनको एकदम गुस्से में ना कहने से बचें.
- ऐसे लोगों को डिप्लोमेटिकली डील करें. उन्हें सुनें और उनके ही तर्कों का उदाहरण देकर उन्हें समझाएं. परिवार के लोगों को जल्द से जल्द ये जानकारी भी दे दें.
अगर आपके पीछे भी पड़ गया हो ऐसा कोई तो...
1. जैसे ही लगे की कोई आपको नुकसान पहुंचा सकता है, तुरंत उसके खिलाफ एक्शन लें. स्ट्रिक्ट एक्शन लेना जरूरी है.
2. नुकसान पहुंचाने से पहले वो आपको धमकाएगा. धमकी को अन्यथा में नहीं लें. वो अपनी बात कटते देख कभी भी भड़क सकता है.
3. ऐसे लोग अक्सर तनाव में रहते हैं. उनसे जो भी बात करें स्प्ष्ट करें. आराम से डील करें और कभी टेंपर लूज न करें.
4. बात करने की गुंजाइश हमेशा बनाए रखें.
अटैकिंग मोड में रहते हैं ऐसे लोग
मनोचिकित्सक मानते हैं कि ऐसा व्यवहार एक दिन में डेवलप नहीं होता है. ये एक प्रोसेस है. जेपी अस्पताल की मनोचिकित्सक डॉक्टर युक्ति का कहना है कि ऐसे लोग तुरंत ही अटैकिंग मोड पर आ जाते हैं. उन्हें ना का मतलब अपमान समझ आता है.
दिल्ली केस का उदाहरण देते हुए डॉक्टर युक्ति कहती हैं कि प्रेम प्रसंगों को लेकर ऐसे लोगों की सोच यही होती है कि अगर फलां लड़की मेरी नहीं हो सकती, तो किसी की नहीं हो सकती. इस तरह के लोगों को किसी भी तरह के नियम-कानून का पालन करना अच्छा नहीं लगता.
कैसे लें पुलिस की मदद:
अगर आपको कोई परेशान कर रहा है तो आप 100 या 1091 हेल्पलाइन पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती हैं. दिल्ली पुलिस से जुड़े एक SHO संजय शर्मा बताते हैं कि अक्सर लड़कियां झिझक या समाज के दबाव की वजह से फोन करने से घबराती हैं. जबकि पुलिस को ऐसे मामलों में हर हालत में सख्त कदम उठाने की हिदायत दी गई है.
यह प्रोसेस कुछ ऐसे होता है...
- आपकी शिकायत पर पुलिस उस लड़के को अरेस्ट करेगी. हालांकि उसे बेल मिल सकती है.
- आपसे पूछा जाएगा कि आप क्या एक्शन लेना चाहती हैं. अगर आप सिर्फ सबक सिखाने की बात कहेंगी तो उसे समझाकर छोड़ दिया जाएगा.
- वरना उसके खिलाफ केस होगा और आपको बयान के लिए लेडी मजिस्ट्रेट के सामने पेश होना होगा.
- आपके बयान के आधार पर उसे सजा होगी.
हां, इस दौरान आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी और ये FIR इंटरनेट पर भी अपलोड नहीं की जाती है. यहां तक कि पूछताछ के लिए भी पुलिस सादी वर्दी में ही आपके घर आती है.
SHO संजय शर्मा का कहना है कि अगर लड़की मजबूत बनी रहे और दबाव में न आए तो छेड़छाड़ करने वाले लड़के को सजा होना तय है. हालांकि अधिकतर लड़के महज शिकायत करने पर डरकर ही पीछा छोड़ देते हैं.