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कहीं आपका बच्चा भी तो नहीं चलाता स्मार्टफोन?

डिजिटल वर्ल्ड में पेन और कलम का महत्व कम होता जा रहा है. बच्चे अब पेन से लिखना बहुत कम पसंद करते हैं. बाहर खेलने के बजाए लैपटॉप या मोबाइल पर गेम खेलना ज्यादा पसंद करते हैं. लेकिन ये लाइफस्टाइल बच्चों के हाथ की मांसपेशियों के लिए नुकसानदेह साबित हो रही है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
रोहित
  • ,
  • 28 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 11:14 AM IST

डिजिटल वर्ल्ड में पेन और कलम का महत्व कम होता जा रहा है. बच्चे अब पेन से लिखना बहुत कम पसंद करते हैं. बाहर खेलने के बजाए लैपटॉप या मोबाइल पर गेम खेलना ज्यादा पसंद करते हैं. लेकिन ये लाइफस्टाइल बच्चों के हाथ की मांसपेशियों के लिए नुकसानदेह साबित हो रही है.

ब्रिटेन के बच्चों के स्वास्थ्य मामलों के जानकार शैली पेन ने 'द गार्जियन' को  बताया कि, 'अब बच्चों के शरीर में वो ताकत नहीं रही जो 10 साल पहले हुआ करती थी. पेंसिल को सही तरीके से पकड़ने और लिखने के लिए हाथ की मांसपेशियों का मजबूत होना आवश्यक है.

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पहले बच्चे हाथ से काफी काम करते थे. पेंटिंग बनाना और स्केच बनाते थे. अब बच्चे खाली समय में स्मार्टफोन या फिर टैबलेट चलाते हैं जिससे उनके हाथ की मांसपेशियां कमजोर होती जा रही हैं.

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जहां एक तरफ तकनीकि के ढेर सारे फायदे हैं वहीं इसके कई नुकसान भी हैं. इससे पहले कि फोन इंसान से ज्यादा स्मार्ट हो जाएं हमे संभल जाना चाहिए.

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