Advertisement

दिल्ली है दिलवालों की, फिर भी क्यों है इतनी उदास...

हम तो दिल्लीवालों को बहुत खुशदिल मानते थे. लेकिन ये तो बहुत उदास निकले. जानिए किसने पता लगाया कि दिल्ली हैपी नहीं है...

दिल्ली के लोगों में असुरक्षा का भाव ज्यादा रहता है दिल्ली के लोगों में असुरक्षा का भाव ज्यादा रहता है
वन्‍दना यादव
  • नई दिल्‍ली,
  • 30 सितंबर 2016,
  • अपडेटेड 5:09 PM IST

दिल्ली की चकाचौंध से भरी भाग-दौड़ती लाइफ अगर आपको भी बहुत लुभावनी लगती है तो जरा हाल ही में हुए एक सर्वे पर ध्यान दें. इस सर्वे के मुताबिक दिल्ली को सबसे ज्यादा अनहैपी लोगों वाले शहरों में से एक माना गया है. वहीं दूसरी ओर मुंबई के लोगों को उनकी अनहेल्दी लाइफस्टाइल होने बावजूद खुश रहने वाले लोगों की लिस्ट में चुना गया है.

Advertisement

वर्ल्ड हार्ट के दिन हुए सर्वे का मेन मुद्दा ये था कि मुंबई, दिल्ली, चंडीगढ़, बेंगलुरु और कोलकाता के लोगों की हेल्थ को उनके खाने-पीने, रहन-सहन और खुशी के स्तर की जांच की जाए.

इस हिसाब से मुंबई के लोगों ने अच्छे खानपान के मामले में 51%, एक्टिव होने के मामले में 31% और लाइफस्टाइल में 38% का स्कोर किया. दिल्ली का आंकड़ा भी कुछ हद तक ऐसा ही रहा और दूसरी तरफ चंडीगढ़ सबसे एक्टिव शहर रहा. लेकिन जब बात आई खुश रहने की तो सभी शहरों को पीछे छोड़ते हुए मुंबई ने 81% स्कोर किया जोकी एवरेज स्कोर से कहीं ज्यादा रहा.

मुंबई के एक नामी हॉस्प‍िटल के डॉ. शशांक जोशी का कहना है कि तो क्या हुआ कि अगर इस शहर के लोग स्वस्थ नहीं हैं लेकिन वह खुश हैं. इस सर्वे से एक बात पता चला कि इस शहर के लोगों का अपने खान पान की आदतों और वर्कआउट पर ध्यान देने की जरूरत है. खुश रहने के मामले में चंडीगढ़ ने सबसे से कम स्कोर किया और दूसरे नंबर पर दिल्ली रहा.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement