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उत्तराखंड की राजधानी में डेंगू का कहर, सामने आए 73 मामले

देहरादून के सरकारी अस्पतालों में अलग से डेंगू वार्ड बनाया गया है. स्वास्थ्य विभाग घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहा है.

मॉनसून के सीजन में हर साल डेंगू अपने पांव पसारता है, जिसमें कई लोगों की मौत होती है. मॉनसून के सीजन में हर साल डेंगू अपने पांव पसारता है, जिसमें कई लोगों की मौत होती है.
सुमित कुमार/aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 30 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 6:07 PM IST

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में डेंगू का कहर जारी है. अब तक 73 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है. डेंगू के ये मामले उस वक्त सामने आए हैं जब स्वास्थ्य विभाग में बैठकों का दौर चल रहा है. मॉनसून के सीजन में हर साल डेंगू अपने पांव पसारता है, जिसमें कई लोगों की मौत होती है.

यहां सरकारी अस्पतालों में अलग से डेंगू वार्ड बनाया गया है. स्वास्थ्य विभाग घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहा है. साथ ही नगर निगम हर इलाके में फॉगिंग करवा रहा है. फिर भी डेंगू पर रोकथाम लगती नहीं दिख रही है और इसके मरीज दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं.

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यहां मानसून की दस्तक के साथ ही डेंगू बुखार अपनी उपस्थिति दर्ज करवा देता है. देहरादून के सीएमओ एसके गुप्ता का कहना है कि अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. साथ ही प्रदेश के सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा गया था, लेकिन 73 लोगों मे डेंगू की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की कार्य प्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा होता है.

वहीं, स्वास्थ्य विभाग की माने तो घर-घर जाकर लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक किया जा रहा है. वही लोगों की भी जांच की जा रही है. साथ ही नगर प्रशासन भी लगातार फॉगिंग के जरिए डेंगू के लार्वा को खत्म करने की कोशिश कर रहा है. इन सब प्रयासों के वाबजूद भी डेंगू के मरीज दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है.

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