
सोचिए, अगर किसी के सिर में एक इंच अंदर तक चाबी घुसी हुई हो तो क्या होगा? एक न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, भारत में एक शख्स के साथ ऐसा ही हुआ. पर ऐसा कैसे हो सकता है? सिर में चाबी अटक जाने के बाद कोई जिंदा कैसे रह सकता है?
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में रहने वाले 19 साल के एक लड़के की ऐसी ही कुछ कहानी है. 18 अप्रैल को गांव में एक विवाद के चलते उसके सिर पर मोटरसाइकल की चाबी से वार किया गया. हॉस्पिटल में जब उसके सिर को स्कैन किया गया. तब डॉक्टर ने बताया कि चाबी उसके सिर में डेढ़ इंच तक घुस गई है. साढ़े तीन घंटे की मुश्किल सर्जरी के बाद चाबी को बाहर निकाला जा सका.
डॉक्टरों ने बताया कि लड़के को किसी तरह की इंटरनल ब्लीडिंग नहीं हुई और उसके दिमाग को किसी तरह का खतरा नहीं हुआ. अगर दिमाग पर चोटें आतीं तो उसे जिन्दगी भर इसकी कीमत चुकानी पड़ती.
वैसे ये बात परेशान करती है कि ऐसी घातक चोट के साथ युवक जिंदा रहा. लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि, कोई भी इंसान ऐसे में आराम से जिंदा रह सकता है, अगर चोट उसके दिमाग पर न लगी हो. दिमाग पर चोट के असर होने से ऐसी सर्जरी सफल नहीं हो पाती. इन्टरनल ब्लीडिंग होने से दिमाग के पास खून के थक्के जम जाते हैं जिससे परेशानी बढ़ जाती है. अगर दिमाग ऐसी चोटों से बच जाए तो इस तरह की सर्जरी बड़ी आसानी से सफल हो जाती हैं.
साउथ वेस्ट न्यूज़ सर्विस के मुताबिक, सर्जरी के तीन दिन बाद युवक को हॉस्पिटल से छुट्टी मिल गई,और धीरे-धीरे उसकी हालत में सुधार हो रहा है.