
इंडिया टुडे माइंड रॉक्स 2019 में मंगलवार को फैशन के मंच पर युवा सितारों ने कामयाबी के टिप्स दिए. इस दौरान मंच पर मौजूद एक छोटे से शहर गोरखपुर की मॉडलिंग स्टार नम्रता त्रिपाठी ने बताया कि आखिर इतनी कोशिशों के बावजूद विदेशियों की तुलना में भारतीय मॉडलिंग के क्षेत्र में इतना पीछे क्यों रह गए.
नम्रता ने भारत में मॉडलिंग के मौजूदा स्तर के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि यहां प्रोफेशनलिज्म की कमी है. यहां मॉडल तो कोई भी बन जाता है, लेकिन जॉब सिर्फ लंबे कद वाले गोरे-चिट्टे लोगों को ही मिलती है. उन्होंने कहा कि भारत में करीब 90 प्रतिशत डस्की स्किन वाले प्लस साइज लोगों को मॉडलिंग में करियर बनाने का मौका नहीं मिल पाता. मॉडलिंग जगत की इस सच्चाई को आप दरकिनार नहीं कर सकते.
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उन्होंने कहा, 'मैंने विदेश में अब तक कई ईवेंट्स ज्वॉइन किए हैं और वहां इससे कहीं ज्यादा विविधताएं हैं. फिर भी वहां सिर्फ रंग और कद के आधार पर परफेक्ट मॉडल्स नहीं चुने जाते. शायद यही वजह है कि इतनी ज्यादा जनसंख्या होने के बावजूद भारतीय इंटरेनशनल मॉडलिंग में अपनी छाप नहीं छोड़ पा रहे हैं.'
मिडिल क्लास फैमिली में बच्चों को सपोर्ट
नम्रता ने कहा कि वह एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखती हैं, इसलिए उन्हें पता है कि मॉडलिंग में आने के लिए बच्चों को बिल्कुल सपोर्ट नहीं मिलता. नम्रता ने कहा, 'अगर किसी के बच्चे को डांसर, एक्टर या सिंगर बनना है तो पैरेंट्स उन्हें खुलकर सपोर्ट करते हैं, लेकिन मैंने कभी नहीं देखा कि किसी ने ये कहा हो कि मेरा बच्चा मॉडल बनना चाहता है और और हम सपोर्ट करेंगे.'