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खूबसूरत Beaches के बीच ये गोवा भी जरूर देखें आप...

अब मौसम आ रहा है गोवा घूमने जाने का. अगर जानना चाहते हैं कि बीच के अलावा यहां और क्या है देखने व घूमने लायक, तो यहां जानें...

पानी और कल्चरल वैरिएशन देते हैं गोवा को एक अलग रंग पानी और कल्चरल वैरिएशन देते हैं गोवा को एक अलग रंग
दीपल सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 26 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 11:54 AM IST

गोवा अपने मनमोहक समुद्र तटों के लिए दुनियाभर में मशहूर है. चमकती रेत, आसमान छूते नारियल के पेड़, बड़ी-बड़ी समुद्री लहरें और शानदार सी-फूड... बस गोवा का नाम लेते ही आंखों में ये सब बस जाता है.


वैसे इन सब चीजों के अलावा गाेवा में और भी रंग हैं. जानें इनके बारे में -

पणजी:
गोवा की राजधानी पणजी छोटा शहर जरूर है लेकिन बेहद खूबसूरत है. यह शहर चांदी-सी चमकती धाराओं वाली मांडवी नदी के किनारे बसा है और लाल छतों वाले मकान, खूबसूरत बगीचे, अद्भुत शिल्पकारी वाली मूर्तियां, खूबसूरत गुलमोहर और हरे-भरे पेड़ों की छाया के लिए जाना जाता है. हर कोई यहां की खूबसूरती में खो-सा जाता है. इसके अलावा मारगाओ, वास्को डिगामा तथा मार्मुगाओ हार्बर जैसी जगह घूमकर सफर का पूरा लुत्फ उठाया जा सकता है.

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मीरामार बीच:
पणजी के नजदीक सिर्फ 3 किलोमीटर दूर स्थित इस खूबसूरत सुनहरे समुद्री तट की मुलायम रेत, ताड़ के पेड़ और अरब सागर की नीली छटा देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है. इसकी खूबसूरती की वजह से इसे ‘गोल्डन बीच’ के नाम से जाना जाता है.

मोबोर बीच:
रोमांच पसंद करने वाले टूरिस्टों के लिए मोबोर बीच सबसे बढ़िया जगह है. यह गोवा के सबसे फेमस बीच में से एक है. यहां पर्यटक कई एडवेंचरस खेल जैसे वॉटर स्कीइंग, वॉटर सर्फिंग, जेट स्की, बनाना-बम्प राइड और पैरासिलिंग का मजा लेते हैं. यहां पर साल में कभी भी घूमने जाया जा सकता है, हालांकि यहां घूमने का सबसे अच्छा वक्त सितंबर से मार्च तक का है.

वागातोर बीच:
वागातोर बीच मापुसा रोड के पास नॉर्थ (उत्तर) गोवा में पणजी से 22 किलोमीटर दूर है. यह गोवा के बाकि तटों के मुकाबले कम भीड़ वाली और अलग जगह है. इसमें सफेद रेत, काली लावा चट्टानें, नारियल और खजूर के पेड़ की सधी कतारें हैं. साथ ही यहां 500 साल पुराना पुर्तगाली किला है. आज के दौर की इमारतों के बीच इसका दीदार रोमांचकारी लगता है. वागातोर का यह सफेद रेतीला बीच 'बिग वागातोर' और 'लिटिल वागातोर' के नाम से भी जाना जाता है और यह चपोरा किले की ऊंचाई से खूबसूरत दिखाई देता है.

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इमेक्यूलेट कंसेप्शन चर्च और रिस मगोस फोर्ट:
इमेक्यूलेट कंसेप्शन चर्च और रिस मगोस फोर्ट, अवर लेडी ऑफ इमेक्यूलेट कंसेप्शन चर्च गोवा में बनने वाला पहला चर्च था. यह 1541 से है. पहले बना चर्च पूरी तरह नष्ट हो गया था और इसे फिर से 1619 में बनाया गया. तब यहां आबादी नहीं के बराबर थी. नए चर्च का आकार बताता है कि उस समय का धार्मिक माहौल क्या रहा होगा और चर्चों के पास कितनी दौलत होगी.

मोरजिम बीच:
मोरजिम बीच को पर 'टर्टल बीच' के नाम से भी जाना जाता है. यह नॉर्थ गोवा के परनेम में है. इस बीच में हरे-भरे वातावरण के साथ एक खूबसूरत और ठंडा रास्ता भी है. मोरजिम बीच इसलिए भी खास है क्योंकि यह कुछुए की लुप्त होती प्रजाति 'ओलिव रिडले' के रहने की जगह और प्रजनन स्थान है. इस बीच पर दिखने वाले छोटे छोटे कछुए और केंकड़े आप का अनुभव यादगार बना देते हैं. इस बीच पर उथले पानी की वजह 'काइट सर्फिंग' भी एक फेमस एक्टिविटी है.

बेटलबटीम बीच:
'सनसेट' देखना अपने आप में एक अलग और दिल में बस जाने वाला अनुभव होता है. उस पर भी अगर सूर्यास्त बेटलबटीम बीच का हो तो सुंदरता कल्पना से परे है. मजोरडा बीच के दक्षिण में स्थित बेटलबटीम बीच गोवा के सबसे सुंदर बीचों में से है. शानदार सनसेट की वजह इसे ‘सनसेट बीच ऑफ गोवा’ भी कहा जाता है. यह दूसरे तटों के मुकाबले ना सिर्फ ज्यादा शांत है बल्कि ज्यादा साफ-सुथरा भी है. इस तट की शांति और इसका एकांत इसे ज्यादा आकर्षक बनाता है.

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बोंडला वाइल्डलाइफ सेंचुरी:
अगर आप भी बारिश के मौसम में गोवा जा रहे हैं तो अपने पसंदीदा जानवरों को करीब से देखने के लिए बोंडला वाइल्डलाइफ सैंचुरी जरुर जाएं. गोवा की यह छोटी लेकिन मशहूर सेंचुरी शहर के उत्तरपूर्वी इलाके में पोंडा तालुका में है.
सिर्फ 8 किलोमीटर में फैला बोंडला वन्यजीव अभयारण्य ज्यादातर घने जंगल और सदाबहार वनस्पति से घिरा है. इस सेंचुरी में एक मिनी चिड़ियाघर, गुलाब गार्डन, डीयर सफारी पार्क, बॉटनिकल गार्डन, नेचर एजुकेशन सेंटर और ईको-टूरिज्म कॉटेज भी है.

बागा बीच:
गोवा में कई आकर्षक बीच हैं और यहां का नाम लेते ही दिमाग में सुपर एडवेंचरस बागा बीच का नाम आता है. जिसको भी गोवा की खूबसूरती देखने का मौका मिला है वो मानता है कि बागा बीच सबसे रोमांचक बीच है.

अर्वलेम केव्स:
अपने खूबसूरत तटों और झरनों के अलावा गोवा को विरासत में मिली वास्तुकला के लिए भी जाना जाता है. यह एक प्राचीन राज्य है और इसकी वास्तुकला भी पुरानी है. गोवा में मौजूद ऐतिहासिक स्मारकों में से सबसे खूबसूरत नमूना अर्वलेम केव्स या पांडव गुफाएं हैं. नॉर्थ गोवा के बिचोलिम शहर में ये गुफाएं चट्टानों को काटकर बनाई गईं थीं. जो कि हमें पौराणिक कहानियों को समझने का मौका देती हैं. इस गुफा के निर्माण का समय 6वीं सदी का है.

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अर्वलेम झरना:
यह झरना उत्तर गोवा में सिंक्वेलिम शहर से 2 किलोमीटर दूर है. 24 फीट उंचा यह झरना एक खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है. इस झरने को रुद्रेश्वर मंदिर की सीढि़यों से भी देखा जा सकता है. सरकार ने इस झरने के पास एक पार्क भी बनवा रखा है जिससे लोग इसकी खूबसूरती का मजा ले सकें. उंचाई से झर्रझर्र करके गिरता इस झरने का पानी सचमुच लुभावना दिखता है.

पलोलेम बीच:
पलोलेम बीच साउथ (दक्षिण) गोवा के कानाकोना जिले में चैडी से 2 किमी दूर पश्चिम में है. कुछ सालों पहले तक पर्यटकों का इस बीच में आनाजाना नहीं था, लेकिन पिछले कुछ समय में यहां विकास हुआ और व्यवसायिक गतिविधियां बढ़ने के साथ ही लोगों की भीड़ बढ़ने लगी. कानाकोना के दक्षिणी तालुका में पश्चिमी घाट की ओर से खूबसूरत सूर्यास्त और सूर्योदय देखा जा सकता है. पलोलेम बीच यहां आने वाले के मन में शांति भर देता है. यही इस बीच की खासियत है.

गोवा के चर्च:
गोवा के चर्च काफी लोकप्रिय हैं. गोवा में रहे पुर्तगालियों के लंबे राज की वजह से यहां कई चर्च हैं. पूजाघर होने के अलावा यह चर्च पिछले समय की खूबसूरत वास्तुकला का नमूना भी हैं. गोवा के कुछ प्रसिद्ध चर्च हैं- सेंट कैथेड्रल चर्च, सेंट फ्रांसिस ऑफ असीसी, बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस, सेंट ऑगस्टीन चर्च. गोवा आने वाले ज्यादातर सैलानी इन्हें देखते हैं.

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सेंट कैथेड्रल चर्च:
यह गोवा का सबसे प्राचीन, सबसे बड़ा और सबसे सुंदर र्चच है जिसमें पांच घंटे लगे हैं. इसका एक सोने का घंटा गोवा में सबसे बड़ा है और दुनिया के कुछ सबसे अच्छे घंटों में से एक है. इसके अलावा र्चच ऑफ सेंट फ्रांसिस, सेंट आगस्टीन टॉवर, र्चच ऑफ आवर लेडी ऑफ रोजरी भी हैं.

अगौड़ा किला:
अगौड़ा किला गोवा के इतिहास का सबसे बड़ा गवाह है. इस किले का निर्माण 1612 में पुर्तगालियों ने मराठाओं और डच के हमले से बचने के लिए किया था. इस किले में ताजे पानी का एक झरना है. जो इस जगह से गुजरने वाले लोगों की पानी की जरुरत पूरी करता था. यह किला पुर्तगालियों के सभी जरूरी गतिविधियों का केंद्र था.

चपोली डैम:
मडगांव से 40 किलोमीटर दूर चपोली डेम पहाड़ों से घिरी घाटी में होने की वजह प्राकृतिक आकर्षण से भरपूर है. अगर आपको मछली पकड़ना पसंद है तो यह ईको-टूरिस्ट स्पॉट आपके लिए सही है.

महालक्ष्मी मंदिर:
गोवा के बंडोरा गांव में महालक्ष्मी मंदिर है. इस मंदिर का खूबसूरत चैक इसका बड़ा आकर्षण है. इस मंदिर का निर्माण 1413 ईस्वी में हुआ था और देश भर से लोग इसे देखने आते हैं. नवरात्रि का उत्सव यहां खासतौर से और पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है.

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मंगेशी मंदिर:
गोवा का मंगेशी मंदिर मॉर्डन और पुरानी हिंदू वास्तुकला का मिलाजुला नमूना है. यह मंदिर भगवान शिव के अवतार भगवान मंगेशी को समर्पित है. कहानियों के अनुसार स्वयं भगवान ब्रह्मा ने यहां लिंग की स्थापना की थी. हर सोमवार को यहां भगवान की मूर्ति की यात्रा निकाली जाती है.

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