
पुरी, वाराणसी, तिरुपति और शिरडी जैसे तीर्थ स्थानों के साथ आध्यात्मिक प्रेरणादायक स्थल भारतीय पर्यटन उद्योग का एक सबसे महत्वपूर्ण घटक बनकर उभरा है. ट्रैवेल मार्केटप्लेस इक्सिगो द्वारा किए गए एक अध्ययन से इस बात सामने आई है.
अध्ययन के मुताबिक, ज्यादा से ज्यादा भारतीय अपनी धार्मिक जड़ों से जुड़ने के लिए सफर कर रहे हैं. आध्यात्मिक पर्यटन के बढ़ने के साथ इस बार गर्मियों के मौसम में अन्य शहरों की तुलना में वाराणसी और पुरी जैसे मशहूर धार्मिक स्थलों में होटलों की बुकिंग ज्यादा हो रही है.
अध्ययन में खुलासा हुआ कि पुरी में 60 प्रतिशत, वाराणसी में 48 प्रतिशत, तिरुपति में 34 प्रतिशत और शिरडी में 19 प्रतिशत होटल बुकिंग में मासिक वृद्धि दर्ज की गई है.
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पर्यटक धार्मिक स्थानों की यात्रा के लिए औसतन दो दिनों के छोटी योजना बनाते हैं. आवास विकल्पों की बात करें, तो भारतीय कम बजट वाले होटल में रहना पसंद करते हैं. लगभग 82 प्रतिशत पर्यटक वाराणसी के बजट होटल्स में रहना पसंद करते हैं. इसके बाद शिरडी (78 प्रतिशत), तिरुपति (68 प्रतिशत) और पुरी (73 प्रतिशत) का नंबर आता है. 32 प्रतिशत भारतीय तिरुपति के 4/5 सितारा होटल में रहना पसंद करते हैं, जबकि पुरी में ऐसे पर्यटकों की संख्या 27 प्रतिशत है.
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इक्सिगो के सीईओ एवं सह-संस्थापक आलोक बाजपेयी ने कहा, "आध्यात्मिक पर्यटन तेजी से बढ़ रहा है. आध्यात्मिक यात्रा को अब भारत में एक अनूठे ट्रैवेल ट्रेंड्स के रूप में माना जा रहा है. यह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है कि हमारे देश में देशी सांस्कृतिक अनुभव को एक्सप्लोर करने की दिशा में युवाओं का रुझान बढ़ रहा है."