Advertisement

'कच्छ कर रहा आपका इंतजार...', रण उत्सव के लिए PM मोदी ने की अपील

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से कच्छ रण उत्सव में शामिल होने की अपील की है. यह उत्सव गुजरात के कच्छ में हर साल आयोजित किया जाता है. यह उत्सव कच्छ की समृद्ध संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता का जश्न मनाता है. यह एक दिसंबर 2024 से शुरू हो चुका है जो फरवरी 2025 के आखिर तक जारी रहेगा.

PC: gujarat tourism PC: gujarat tourism
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 6:04 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के कच्छ में आयोजित होने वाले रण उत्सव के लिए देशवासियों को आमंत्रित किया है. यह रण उत्सव 1 दिसंबर 2024 से शुरू हो चुका है जो फरवरी 2025 के आखिर तक चलेगा. उन्होंने शनिवार को ट्वीट कर लोगों से यहां आने और यहां की संस्कृति का आनंद उठाने की अपील की. 

PM मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि कच्छ आपका इंतजार कर रहा है. यह उत्सव आपको एक अविस्मरणीय अनुभव देगा. उन्होंने कहा कि कच्छ अपनी अनूठी संस्कृति, वन्यजीव अभयारण्य और सफेद नमक के रेगिस्तान के लिए जाना जाता है.

Advertisement

 

  PM मोदी ने शेयर किया वीडियो उन्होंने एक और वीडियो शेयर करते हुए लिखा,' कच्छ की परंपरा, संस्कृति और विरासत का प्रतीक रण उत्सव हर किसी का मन मोह लेने वाला है. अद्भुत क्राफ्ट बाजार हो, सांस्कृतिक कार्यक्रम या फिर खान-पान की परंपरा, यहां का आपका हर अनुभव अविस्मरणीय बन जाएगा. आप सभी से मेरा आग्रह है कि एक बार अपने परिवार के साथ इस रण उत्सव में जरूर आएं.'
 

इतना ही नहीं उन्होंने लिंक्डन पर भी एक पोस्ट शेयर की और लोगों से अपने परिवार के साथ रण उत्सव में शामिल होने का आग्रह किया.

उन्होंने लिखा, 'सफेद रण बुला रहा है! एक अविस्मरणीय अनुभव आपका इंतजार कर रहा है. संस्कृति, इतिहास और लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता के अनूठे मिश्रण का अनुभव लें.  भारत के सबसे पश्चिमी छोर पर कच्छ है जो जीवंत विरासत वाली एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली भूमि है. कच्छ प्रतिष्ठित सफेद रण का घर है जो एक विशाल नमक का रेगिस्तान है जो चांदनी में चमकता है जो एक अलौकिक अनुभव प्रदान करता है. यह अपनी समृद्ध कला और शिल्प के लिए भी उतना ही प्रसिद्ध है और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह सबसे मेहमाननवाज लोगों का घर है जो अपनी जड़ों पर गर्व करते हैं और दुनिया से जुड़ने के लिए उत्सुक हैं.

Advertisement

रण उत्सव में क्या है खास

उन्होंने लिखा, 'हर साल कच्छ के गर्मजोशी से भरे लोग प्रतिष्ठित रण उत्सव के लिए अपने दरवाजे खोलते हैं. इस क्षेत्र की विशिष्टता, लुभावनी सुंदरता और चिरस्थायी भावना का चार महीने तक चलने वाला जीवंत उत्सव. इस पोस्ट के माध्यम से मैं आप सभी, गतिशील, मेहनती पेशेवरों और आपके परिवारों को कच्छ आने और रण उत्सव का आनंद लेने के लिए अपना व्यक्तिगत निमंत्रण दे रहा हूं. इस साल का रण उत्सव जो 1 दिसंबर 2024 को शुरू हुआ था, फरवरी 2025 तक चलेगा जिसमें रण उत्सव में टेंट सिटी मार्च 2025 तक खुली रहेगी. मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि रण उत्सव आपके लिए जीवन का बेहतरीन अनुभव होगा. टेंट सिटी सफेद रण की शानदार पृष्ठभूमि में एक आरामदायक प्रवास उपलब्ध कराता है. जो लोग आराम करना चाहते हैं, उनके लिए यह सबसे अच्छी जगह है और जो लोग इतिहास और संस्कृति के नए पहलुओं की खोज करना चाहते हैं, उनके लिए भी यहां बहुत कुछ है.

रण उत्सव के साथ ही और भी बहुत कुछ

उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया कि लोग यहां धोलावीरा की यात्रा के साथ हमारे प्राचीन अतीत से जुड़ सकते हैं जो एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल (सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है) है.सफेद नमक के मैदानों से घिरा ‘स्वर्ग की सड़क’ भारत की सबसे सुंदर सड़क है. यह लगभग 30 किलोमीटर लंबा है और खावड़ा को धोलावीरा से जोड़ता है.

Advertisement

उन्होंने आगे लिखा कि इसके अलावा आप लखपत किले में जाकर हमारी शानदार संस्कृति से जुड़ सकते हैं. आप माता नो माध आशापुरा मंदिर में प्रार्थना करके अपनी आध्यात्मिक जड़ों से जुड़ें. श्यामजी कृष्ण वर्मा स्मारक, क्रांति तीर्थ पर श्रद्धांजलि अर्पित करके हमारे स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ें.और सबसे महत्वपूर्ण बात आप कच्छी हस्तशिल्प की विशेष दुनिया में जा सकते हैं. यहां की प्रत्येक चीज अद्वितीय है और वो कच्छ के लोगों की प्रतिभा को दर्शाती है.

कुछ समय पहले मुझे स्मृति वन का उद्घाटन करने का अवसर मिला जो 26 जनवरी 2001 के भूकंप के दौरान खोए गए लोगों की याद में बना एक स्मारक है. यह आधिकारिक तौर पर दुनिया का सबसे खूबसूरत संग्रहालय है जिसने यूनेस्को में प्रिक्स वर्सेल्स 2024 वर्ल्ड टाइटल - इंटीरियर्स खिताब जीता है. यह भारत का एकमात्र संग्रहालय भी है जिसने यह उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. यह इस बात की याद दिलाता है कि कैसे मानव आत्मा सबसे चुनौतीपूर्ण वातावरण में भी अनुकूलन, पनपने और बढ़ने में सक्षम है.

तब और अब, एक विपरीत तस्वीर

लगभग बीस साल पहले अगर आपको कच्छ में आमंत्रित किया जाता तो आपको लगता कि कोई आपके साथ मजाक कर रहा है. आखिरकार, भारत के सबसे बड़े जिलों में से एक होने के बावजूद कच्छ को बड़े पैमाने पर नजरअंदाज किया गया और उसके हाल पर छोड़ दिया गया. कच्छ एक तरफ रेगिस्तान (रेगिस्तान) और दूसरी तरफ पाकिस्तान की सीमा से घिरा है.

Advertisement

कच्छ ने 1999 में एक सुपर साइक्लोन और 2001 में एक भयंकर भूकंप देखा. सूखे की समस्या बनी रही. सभी ने कच्छ का शोक संदेश लिखा था. लेकिन उन्होंने कच्छ के लोगों के दृढ़ संकल्प को कम करके आंका. कच्छ के लोगों ने दिखाया कि वे किस चीज से बने हैं और 21वीं सदी की शुरुआत में उन्होंने एक ऐसा बदलाव शुरू किया जो इतिहास में बेमिसाल है. 

उन्होंने बताया कि हमने मिलकर कच्छ के सर्वांगीण विकास पर काम किया. हमने आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचा बनाने पर ध्यान केंद्रित किया और साथ ही हमने आजीविका के ऐसे निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि कच्छ के युवाओं को काम की तलाश में अपने घरों से बाहर दूर न जाना पड़े.

कच्छ में बही विकास की लहर

21वीं सदी के पहले दशक के अंत तक निरंतर सूखे के लिए जानी जाने वाली भूमि कृषि के लिए जानी जाने लगी. आम सहित कच्छ के फल विदेशी बाजारों में पहुंच गए. कच्छ के किसानों ने ड्रिप सिंचाई और अन्य तकनीकों में महारत हासिल की जिससे पानी की हर बूंद का संरक्षण हुआ और साथ ही अधिकतम उत्पादकता भी सुनिश्चित हुई.

औद्योगिक विकास पर गुजरात सरकार के जोर ने जिले में निवेश सुनिश्चित किया. हमने समुद्री व्यापार केंद्र के रूप में क्षेत्र के महत्व को फिर से जगाने के लिए कच्छ के तट का भी लाभ उठाया.

Advertisement

2005 में कच्छ की पहले से अनदेखी पर्यटन क्षमता का दोहन करने के लिए रण उत्सव का जन्म हुआ. यह अब एक जीवंत पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो गया है. रण उत्सव को कई घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले हैं. धोर्डो एक गांव जहां हर साल रण उत्सव मनाया जाता है को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा 2023 का सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव नामित किया गया था. गांव को इसके सांस्कृतिक संरक्षण, सतत पर्यटन और ग्रामीण विकास के लिए मान्यता दी गई थी. इसलिए मुझे उम्मीद है कि आप जल्द ही कच्छ में आएंगे. अपने अनुभव सोशल मीडिया पर भी साझा करें ताकि अन्य लोग भी कच्छ आने के लिए प्रेरित हो सकें. मैं इस अवसर पर आपको 2025 की शुभकामनाएं देता हूं और आशा करता हूं कि आने वाला वर्ष आपके और आपके परिवार के लिए सफलता, समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य लेकर आए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement