Advertisement

बच्चों की आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है स्मार्टफोन

अगर आप बच्चों को व्यस्त रखने के लिए स्मार्टफोन का सहारा लेती हैं या बच्चे ज्यादातर समय स्मार्टफोन से ही चिपके रहते हैं तो इसके गंभीर नतीजे हो सकते हैं. आप भी जानिये...

Kids Playing With Smartphone Kids Playing With Smartphone
मेधा चावला
  • नई दिल्ली,
  • 06 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 2:05 PM IST

अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चों की आंखें सलामत रहें और स्कूल में उनका प्रदर्शन बेहतर हो तो बच्चों को स्मार्टफोन देना बंद कर दीजिए.
जी हां हालिया अध्ययन में यह दावा किया गया है कि स्मार्टफोन पर गेम खेलने या कार्टून देखने या मनोरंजन के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने बच्चों में ड्राई-आई बीमारी का खतरा ज्यादा होता है.

Advertisement

स्मार्टफोन पर बच्चों की व्यस्तता आंखों की रोशनी और स्कूल में उनके प्रदर्शन पर भी नकारात्मक असर डालती है. सरल और सपाट शब्दों में इस बात को समझें तो स्मार्टफोन बच्चों की आंखें चौपट कर सकता है.

ज्यादा टीवी देखने वाले बच्चों में मोटापे का खतरा, जानें कैसे...

यह अध्ययन नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में काम और शोध करने वाली दक्ष‍िण कोरियाई संस्था बीएमसी ऑप्थाल्मोलॉजी द्वारा किया गया है.

अध्ययनकर्ताओं के अनुसार स्मार्टफोन पर ज्यादा समय गुजारने वाले बच्चों में ड्राई-आई की बीमारी उन बच्चों से ज्यादा पाई गई है जो आउटडोर गेम में ज्यादा व्यस्त रहते हैं.

बच्चों से कभी न कहें ये 5 बातें

अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थाल्मोलॉजी के एक शोध में भी इस बात खुलासा किया जा चुका है कि ड्राई-आई बीमारी का बच्चों की दृष्ट‍ि और स्कूल पर्फोमेंस पर नकारात्मक असर होता है.

Advertisement

दरअसल, कम्प्यूटर, स्मार्टफोन और अन्य स्क्रीन पर लगातार देखते हुए बच्चे पलकें कम झपकाते हैं. इसकी वजह से आंखों की टीयर फिल्म वास्प बन जाती है, जिससे ड्राई-आई बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है और आगे चलकर बच्चों की दृष्ट‍ि कमजोर हो जाती है. उनकी स्कूल रिजल्ट पर भी इसका असर साफ दिखता है.

क्रेच के लिए अब भुगतान करेंगी कंपनियां, जानें क्यों

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement