
शब्द और सुरों के महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2023' का रविवार को धूमधाम से समापन हो गया. तीन दिन चले इस कार्यक्रम के अंतिम दिन साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम वाले दिग्गजों को 'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' से नवाजा गया. इसमें जीवन भर साहित्य सेवाओं के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड लेखक, गीतकार, कवि और पद्मश्री, पद्म भूषण से सम्मानित जावेद अख़्तर को दिया गया. इस सम्मान के तहत उन्हें 11 लाख रुपए की सम्मान राशि और स्मृति चिह्न प्रदान किया गया. बता दें कि 8 कैटेगरीज में 9 अवॉर्ड दिए गए हैं. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने शिरकत की.
'आजतक साहित्य जागृति सम्मान' प्रोग्राम की शुरुआत आजतक के न्यूज डायरेक्टर सुप्रिय प्रसाद ने की. उन्होंने कहा कि मैं आप सभी दिग्गजों का शुक्रगुजार हूं कि आप इस मंच पर आए. उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि वह राजस्थान में वोट डालकर सीधे साहित्य आजतक में आए हैं.
सुप्रिय प्रसाद ने कहा कि पिछले साल हमने तय किया था कि 'साहित्य आजतक' के छठवें सीजन में हम साहित्य जागृति सम्मान देंगे. इस साल हम 8 कैटेगरी में 9 अवॉर्ड दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि 6 ज्यूरी मेंबर्स ने लिस्ट फाइनल की है. इसमें उनके अलावा सौरभ द्विवेदी, श्वेता सिंह, चंदन राय, राजकिशोर और संजीव पालीवाल शामिल थे.
इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन व एडिटर इन चीफ अरुण पुरी, वाइस चेयरपर्सन कली पुरी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिग्गजों को सम्मान दिया. इस दौरान आजतक साहित्य जागृति सर्वश्रेष्ठ रचना लेखक सम्मान डॉक्टर ज्ञान चतुर्वेदी को उनके उपन्यास 'स्वांग' के लिए दिया गया.
साहित्य जागृति सर्वश्रेष्ठ रचना लेखिका सम्मान की विजेता थीं, जानी-मानी उपन्यासकार, कहानीकार नासिरा शर्मा. यह सम्मान उनके उपन्यास 'अल्फा बीटा गामा' के लिए दिया गया. आजतक साहित्य जागृति भारतीय भाषा सम्मान तेलुगु रचनाकार डॉ मधुरांतकम नरेंद्र को उनके उपन्यास 'मनोधर्मपरागम' के लिए दिया गया. आजतक साहित्य जागृति लोकप्रिय लेखक सम्मान के विजेता थे, अमीश त्रिपाठी. उन्हें यह सम्मान रामचंद्र सीरीज के उनके उपन्यास 'द वार ऑफ लंका' के लिए दिया गया. इस सम्मान के तहत सभी विजेताओं को 1-1 लाख रुपए की सम्मान राशि और स्मृति चिह्न प्रदान किया गया.
इस दौरान उदीयमान रचनाकारों को भी 3 श्रेणियों में यह सम्मान दिया गया. 'आजतक साहित्य जागृति भारतीय भाषा प्रतिभा सम्मान' तौसीफ़ बरेलवी को उनके उर्दू कहानी संग्रह 'ज़हन ज़ाद' के लिए, तो 'आजतक साहित्य जागृति उदीयमान लेखक सम्मान डॉक्टर किंशुक गुप्ता को उनके कहानी संग्रह 'ये दिल है कि चोर दरवाजा' के लिए दिया गया. इस श्रेणी में विजेताओं को 50000- 50000 रुपए की सम्मान राशि और स्मृति चिह्न प्रदान किया गया.
आजतक साहित्य जागृति उदीयमान लेखिका सम्मान इस साल दो रचनाकारों को संयुक्त रूप से दिया गया. रश्मि भारद्वाज ने अपने उपन्यास 'वह साल बयालिस था' के लिए, तो अनुराधा बेनीवाल ने अपने यात्रा-संस्मरण 'लोग जो मुझमें रह गए' के लिए यह सम्मान जीता. सम्मान राशि संयुक्त रूप से दोनों विजेताओं को दी गई. बेनीवाल ने मंच से ही सम्मान की राशि को एक स्कूल को प्रदान करने की घोषणा की.
विजेताओं की पूरी लिस्ट यहां देखें...
पहला सम्मान
कैटेगरी: आजतक साहित्य जागृति सम्मान (लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड)
पटकथा लेखक और गीतकार जावेद अख्तर
दूसरा सम्मान
कैटेगरी: आजतक साहित्य जागृति सर्वश्रेष्ठ रचना सम्मान (महिला श्रेणी)
विनर: लेखिका नासिरा शर्मा
तीसरा सम्मान
कैटेगरी: आजतक साहित्य जागृति सर्वश्रेष्ठ रचना सम्मान (पुरुष श्रेणी)
विनर: लेखक ज्ञान चतुर्वेदी
चौथा सम्मान
कैटेगरी: आजतक साहित्य जागृति भारतीय भाषा सम्मान
विनर: मधुरांतकम नरेंद्र
पांचवां सम्मान
कैटेगरी: आजतक साहित्य जागृति लोकप्रिय लेखक सम्मान
विनर: अमीश त्रिपाठी
छठा सम्मान
कैटेगरी: आजतक साहित्य जागृति युवा लेखिका सम्मान
पहली विनर: अनुराधा बेनीवाल
दूसरी विनर: रश्मि भारद्वाज
सातवां सम्मान
कैटेगरी: आजतक साहित्य जागृति युवा लेखक सम्मान
विनर: लेखक डॉ. किंशुक गुप्ता
आठवां सम्मान
कैटेगरी- आजतक साहित्य जागृति भारतीय भाषा प्रतिभा सम्मान
विनर- लेखक तौसीफ बरेलवी
लोकसभा अध्यक्ष ने दी बधाई
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी विजेताओं को बधाई दी और कहा कि आपने अपनी कलम से, अपनी वाणी से साहित्यिक जीवन और अलग-अलग क्षेत्रों में काम किया है और आज पुरस्कार जीता है. साहित्य अपने समय को दर्ज करता है और समाज को रास्ता दिखाता है. आजतक के न्यूज डायरेक्टर सुप्रिय प्रसाद ने बताया कि 6 सदस्यीय ज्यूरी ने सर्वसम्मति से विजेताओं का चयन किया है.