
बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू ने साहित्य आज तक 2024 में शिरकत की. उन्होंने दिलवालों की दिल्ली में आने की खुशी जताई. तापसी ने मूवी हसीन दिलरूबा के अपने किरदार रानी पर बात की. शाहरुख खान संग डंकी फिल्म में काम करने का एक्सपीरियंस शेयर किया. उन्होंने कहा कि वो एक जैसी फिल्में नहीं कर सकतीं. भेड़चाल में रहना उन्हें पसंद नहीं है.
कैसे रोल सलेक्ट करती हैं तापसी?
मैं अपने आप को ऑडियंस की जगह रखकर देखती हूं. मुझे लगता है अगर मुझे मजा आ रहा है तो उन्हें भी आएगा. अगर मैं एक बैक टू बैक एक जैसे रोल करूंगी तो मुझे लगेगा कि डेस्क जॉब पर आ गई हूं. जॉनर सेम रहने से काफी चीजें सेम रहती हैं. मुझे डेस्क जॉब नहीं करना था इसलिए एक्टिंग में आई थी. वो गलती नहीं करूंगी कि एक जैसे फिल्में करूं.
'एक्टिंग के लिए डेस्परेट नहीं हूं'
तापसी ने बताया आजकल ज्यादातर एक्टर्स जो ट्रेंड में उस तरह की फिल्में करने लगे हैं. उन्होंने कहा- लोग सोचते हैं आजकल ये ट्रेंड में चल रहा है तो ये कर लेते हैं. मैं इस प्रेशर में कभी नहीं रही. मुझे एक्टिग पसंद है लेकिन ऐसा नहीं कि एक्टिंग नहीं रही तो मैं रोड पर आ जाऊंगी. मैंने अपने काम को काम की तरह देखा है. मैंने नहीं सोचा कि ये सक्सेसफुल नहीं हुआ तो मैं क्या करूंगी. मेरे पास इंजीनियरिंग डिग्री है. मुझमें कभी फिल्म को साइन करने की डेस्प्रेशन नहीं रही. जो मेरा मन करता है वो लेती हूं. फिल्में साइन करता हूं बिना प्रेशर के.
आजकल ये हो रहा है कि स्पाई फिल्म चल रही हैं. तो हर दिन नई स्पाई फिल्म आ रही है. क्योंकि एक स्पाई मूवी हिट हुई तो सब लाइन से वो करने में लगे हैं. मैंने ये चीज 8 साल से पहले की थी. जब मैंने बेबी और नाम शबाना जैसी मूवी की थी. तब कोई ट्रेंड नहीं था. अब मैंने वो कर ली है तो मैं बस इसलिए स्पाई मूवी नहीं करूंगी कि इंडस्ट्री में भेड़चाल चल रही है. मुझे भी करना है, बहती गंगा में हाथ धोना है. मैं एक्शन करना चाहती हूं लेकिन डिफरेंट स्टोरी के साथ. मेरी अगली फिल्म गांधारी आ रही है. ये मां-बेटी का एक्शन होगा, एक मां रिवेंज लेगी बेटी के लिए. इसके मल्टीपल पार्ट बनेंगे.
क्या क्राइम थ्रिलर जोनर पसंद है?
क्राइम थ्रिलर बचपन से देखे हैं. क्राइम थ्रिलर में बहुत हुक होता है. जिससे लोग अटैच हो जाते हैं. ये जोनर ऑडियंस को अपना हिस्सा बना लेता है. ये एंगेजिंग जॉनर है. उसी तरह से अगर ये प्रेडिक्टेबल हो जाए तो सीरीज उतनी ही खराब बोती है. क्राइम थ्रिलर में परफॉर्मेंस का बोझ प्लॉट के साथ शेयर करना होता है. ये प्लॉट ड्रिवेन होता है. मेरी चुनौती होती है कि मैं कैसे अपने रोल को अच्छा बनाऊं कि लोग मुझे याद रखें.