साहित्य आज तक के 'हिंदीस्तान हमारा' सेशन में नए दौर के कवि और लेखक आशुतोष राणा ने मंच पर अपने विचार साझा किए. शामिल हुए. उन्होंने कहा कि भाषा मेरे लिए संवाद है. आशुतोष राणा ने हिंदी को मन की भाषा बताया.